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पश्चिमी देशों के अर्मानों पर OPEC ने फेरा पानी, कहा- तुम्हारे कहने से थोड़े न तोड़ देंगे Putin से रिश्ता, लेते रहेंगे ते…

European Union को ओपेक का करारा झटका

यूरोपियन देश लगातार रूस को झटका देने के लिए एक से बढ़कर एक प्रतिबंध लगा रही हैं। यूक्रेन जंग को लेकर अमेरिका संग नाटो का कहना है कि कोई भी देश रूस की मदद करता है तो वह उन्हें बर्बाद कर देगा। उधर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का भी कहना है कि, जो भी देश यूक्रेन का साथ देगा वो उसे जंग का हिस्सा समझेंगे। इस बीच तेल उत्पादक देशों के संगठन ओपेक ने अमेरिका संग नाटो को बड़ा झटका दिया है। इससे यूरोप की चिंता बढ़ गई है।

ओपेक ने सीधे तौर पर कहा है कि, रूसी कच्चे तेल का कोई विकल्प नहीं है। पर्यवेक्षकों के मुताबिक ओपेक की ये राय सामने आने के बाद रूस से कच्चे तेल और प्राकृतिक गैस का आयात तुरंत रोकने की अपनी मंशा पर यूरोपियन यूनियन (ईयू) को पुनर्विचार करना पड़ सकता है। ओपेक के महासचिव मोहम्मद बारकिन्डो ने ईयू अधिकारियों को अपनी राय सोमवार को बताई। उन्होंने साफ कहा- अगर रूस से तेल का आयात रोका गया, तो उतनी बड़ी मात्रा में उसकी किसी और स्रोत से भरपाई करना संभव नहीं होगा। रूस से प्रति दिन सात करोड़ बैरल कच्चे तेल का निर्यात होता है। यूक्रेन युद्ध के कारण अमेरिका ने रूस से तेल का आयात रोक दिया है। उसने ईयू पर भी ऐसा करने का दबाव बना रखा है। ईयू के सदस्य देशों ने नेताओं ने ऐसा करने का इरादा जताया है। वे रूसी तेल का विकल्प ढूंढ रहे हैं। इसी कोशिश में उन्होंने ओपेक से संपर्क किया था। लेकिन वहां से उन्हें निराशाजनक जवाब मिला है।

बारकिन्डो ने ईयू नेताओं को बताया कि विश्व बाजार में ईंधन के दाम में मौजूदा उतार-चढ़ाव गैर- बुनियादी कारणों से है। ये वजहें ओपेक के नियंत्रण में नहीं हैं। इसलिए यह ईयू की जिम्मेदारी है कि अपने यहां ऊर्जा के स्रोत बदलने के मामले में वह यथार्थवादी नजरिया अपनाए। बता दें कि, अमेरिका के अलावा ब्रिटेन भी रूस से तेल और गैस पर रोक लगा चुका है। लेकिन, ईयू अभी तक ऐसा फैसला नहीं कर पाया है। ईयू देश अपने यहां तेल और गैस की जरूरतों के लिए रूस पर अत्यधिक निर्भर हैं। इस बीच विशेषज्ञों ने भी चेतावनी दी है कि, अगर अचानक रूस से तेल और गैस का आयात रोका गया तो उसके विनाशकारी परिणाम देखने को मिल सकते हैं। खासकर जर्मनी में आशंका जताई गई है कि वैसी हालत में पूरा कारखाना उद्योग थम जाएगा।