अफगानिस्तान में तालिबान की सरकार बन भी पाएगी या नहीं इस पर सवाल उठने लगे हैं। अफगानिस्तान में सरकार को लेकर तालिबान सरगनाओं में आपस में खूनी संघर्ष शुरू हो गया है। पाकिस्तान की तरह अफगानिस्तान में खबरों पर सेंसर लगा है। तालिबान की मनमाफिक खबरों के अलावा कोई भी खबर अफगानिस्तान के बाहर नहीं आ सकती। इसके बावजूद ऐसी जानकारी मिली है कि कि गुरुवार की रात सत्ता की कमान को हाथ में रखने के लिए हक्कानी और तालिबानी गुटों में आमने-सामने भयंकर गोलीबारी हुई और लगभग दो दर्जन लोग मारे गए। तालिबान ने इस घटना को छुपाने के अफवाह फैला दी कि पंजशीर फतह की खुशी में चली गोली में 17 लोग मारे गए। तालिबान से कोई पूछे कि खुशी में गोलियां हवा में दागी जाती हैं या फिर एक दूसरे के सीने पर मारी जाती हैं। बहरहाल, पंजशीर की झूठी कहानी के चलते सरकार के ऐलान को टालना आसान हो गया।
अफगानिस्तान में सरकार बनने में हो रही देर से जितना नुकसान तालिबान को हो रहा है उससे कहीं ज्यादा पाकिस्तान को हो रहा है। सरकार में देरी होने से तालिबान के अलग-अलग गिरोहों में संघर्ष सड़क पर आ रहा है तो पंजशीर में पाकिस्तानी फौज को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। पाकिस्तान ने पंजशीर पर फतह हासिल करने के मेजर जनरल आदिल रहमानी के साथ एसएसजी कमाण्डोज की भारी-भऱकम फौज भेजी थी मगर पंजशीर के जंगजुओं के आगे किसी की दाल नहीं गल रही है। पंजशीर के जंगजुओं की ओर से मिली जानकारी के अनुसार शनिवार की लड़ाई में 700 से ज्यादा तालिबानी मारे गए और 600 कैद कर लिए गए हैं। मारे गए तालिबानियों में पाकिस्तानी एसएसजी के 20 कमाण्डो भी शामिल हैं। पंजशीर में भारी नुकसान के कारण पाकिस्तानी जनरल आदिल रहमानी की कमाण्ड में लड़ने वाली फौज को मोर्चा छोड़कर भागना पड़ा है।
ऐसी खबर भी मिली है कि आदिल रहमानी की मदद के लिए पाकिस्तान से हाई एल्टीट्यूड इक्विपमेंट्स, हथियार और इंजीनियरिंग कॉर्प्स के अटैकिंग फोर्स की अतिरिक्त टुकडियां पंजशीर भेजी गई हैं। पंजशीर में मिले करारे जवाब से पाकिस्तान की फौज अंदर तक हिल गई है। पंजशीर में मिल रही शिकस्त से पाकिस्तानी आर्मी चीफ जनरल बाजवा की किरकिरी हो रही है। बाजवा पंजशीर में जेएफ 17 फाईटर प्लेन से बम बरसाने की योजना बना रहे हैं। पंजशीर की ताकत के बारे में सही जानकारी न मिलने से बाजवा खासे नाराज हैं। बाजवा ने मिलिटरी इंटेलिजेंस चीफ जनरल अजहर वकास को आखिरी अल्टीमेटम जारी कर दिया है। खबरें तो ये भी मिल रही हैं कि जनरल अजहर वकास को कह दिया गया है कि वो अपनी पसंद की कोई और पोस्टिंग बता दें। पंजशीर से