Hindi News

indianarrative

आतंकियों के गुलाम बनते जा रहे Imran Khan, पाकिस्तान में कत्लेआम मचाने वाले TTP के आगे झुके

जिन आतंकियों ने पाकिस्तान में कत्लेआम मचाया उसके आगे झुके इमरान खान

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान लगातार तालिबान की दुनिया के सामने तरफदारी करते आ रहे हैं। पाकिस्तान अपने फायदे के तौर पर देख रहा था लेकिन क्या पता था कि इसी तालिबान के चलते उसपर हमले तेज हो जाएंगे। जिस आतंकी संगठन ने पाकिस्तान की जनता का कत्लेआम किया अब उसी से प्रधानमंत्री इमरान खान उसी के सामने झुकते हुए बातचीत से करने के लिए तैयार हैं।

दरअसल, तालिबान के अफगानिस्तान में कब्जा के बाद से पाकिस्तान में हमले तेज हो गए थे, जिस तालिबान की पाकिस्तान मदद कर रहा है उसी तालिबान का दूसरी साखा तहरीक-ए-तालिबान-पाकिस्तान देश में जमकर हमले कर रहा है। ऐसे में इमरान खान ने कहा है कि, उनकी सरकार अफगानिस्तान में तालिबान की मदद से सुलह-सफाई के लिए प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान (TTP) के कुछ समूहों के साथ बातचीत कर रही है।

आमतौर पर पाकिस्तानी तालिबान के रूप में जाने जाने वाला टीटीपी, अफगान-पाकिस्तान सीमा क्षेत्र स्थित एक प्रतिबंधित आतंकवादी समूह है। इसने पूरे पाकिस्तान में कई बड़े आतंकवादी हमले किए हैं। टीटीपी पर यह भी आरोप है कि वह हमलों के लिए अफगानिस्तान की जमींन का इस्तेमाल कर रहा है. इसके साथ ही यह भी खबर थी कि, तालिबान ने अफगानिस्तान में कब्जा करने के बाद टीटीपी के कुछ कट्टर आतंकवादियों को रिहा कर दिया था। जिनमें उसका प्रमुख कमांडर मौलवी फकीर मोहम्मद शामिल था।

इमरान खान ने कहा है कि, टीटीपी बनाने वाले अलग-अलग समूह हैं और उनमें से कुछ शांति के लिए पकिस्तान सरकार से बात करना चहते इसलिए, हम उनके साथ बातचीत कर रहे हैं। यह सुलह-सफाई की प्रक्रिया है। यह पूछे जाने पर कि क्या सरकार आतंकवादियों को हथियार डालने के लिए कह रही है, खान ने कहा, हां, हम उन्हें माफ कर देते हैं और वे सामान्य नागरिक बन जाएं।

इसके आगे इमरान खान ने कहा कि, हमलों का सिलसिला था, हो  सकता है कि हम अंत में किसी निष्कर्ष या समझौते पर नहीं पहुंच सकें, लेकिन हम बात कर रहे हैं। इमरान खान ने यह भी बताया कि यह बातचीत तालिबान के मध्यस्थता में हो रही है।