पाकिस्तान का सदाबहार दोस्त चीन इस वक्त मुल्क में कई सारे अपने प्रोजेक्ट पर काम कर रहा है। चीन अंदर ही अंदर पाकिस्तान की राजनीति को अपने हाथों में ले रखा है यही वजह है कि यहां पर राजनीति भूचाल के साथ ही आर्थिक भूचाल भी देखने को मिल रहा है। चीन पाकिस्तान में अपने सीपीईसी परियोजनाओं पर काम कर रहा है। पाकिस्तान को चीन गुलाम बनाता जा रहा है और वो बनता जा रहा है। अब तो पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने भी कह दिया है कि, वो चीन के लिए कुछ भी कर सकते हैं।
इसके साथ ही चीन को पाकिस्तान का सुख दुख का साथी बताते हुए शहबाज ने कहा कि, चीन पाकिस्तान का सुख-दुख का साथी है और उसने हर बार पाकिस्तान का साथ दिया है। शहबाज ने यह तक कहा कि, चीन से हमारी दोस्ती नहीं छीन सकता और ये दोस्ती कयामत तक रहेगी। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग का जिक्र करते हुए शहबाज शरीफ ने कहा कि हम शी जिनपिंग के शुक्रगुजार हैं और हम CPEC पर और तेजी के साथ काम करेंगे।
वहीं, हाल ही में चीन ने भी पाकिस्तान के साथ अपने संबंधों को 'अटूट और मजबूत' बताते हुए कहा था कि इस्लामाबाद में बढ़ते राजनीतिक संकट से सदाबहार सहयोगी के साथ 60 अरब डॉलर वाली सीपीईसी परियोजनाओं पर समग्र सहयोग प्रभावित नहीं होगा। सतर्क रुख रखते हुए चीन पाकिस्तान में हाल में तेजी से बदल रहे राजनीतिक घटनाक्रम पर पैनी नजर रख रहा है। पाकिस्तान में राजनीतिक और संवैधानिक संकट पर प्रतिक्रिया के बारे में पूछे जाने पर चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान ने अपने एक बयान में कहा कि, राजनीतिक स्थिति इस्लामाबाद के साथ बीजिंग के करीबी संबंधों को प्रभावित नहीं कर सकती है। साथ ही, उन्होंने आशा व्यक्त की कि सभी दल देश का विकास और स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए एकजुट रहेंगे।