पाकिस्तान में खाने के लाले, इमरान खान के सपने निराले

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने रविवार को टाइगर फोर्स को निर्देश दिया कि वह नियमित रूप से अपने इलाकों में खाद्य वस्तुओं की कीमतों की जांच करें और उन्हें टाइगर सेना पोर्टल पर पोस्ट करें। पीएम इमरान ने खाद्य पदार्थों की बढ़ती कीमतों के मुद्दे पर चर्चा करने के लिए 17 अक्टूबर को जिन्ना कन्वेंशन सेंटर में टाइगर फोर्स के साथ एक बैठक बुलाई है।

पीएम इमरान ने एक ट्वीट में कहा, "तब तक मैं अपने टाइगर फोर्स से चाहता हूं कि अपने इलाकों में नियमित रूप से दाल, अटा, चीनी, घी की कीमतों की जांच करें और उसे फोर्स की वेबसाइट पर पोस्ट करें।"

इमरान ने पहले कहा था कि संघीय सरकार आने वाले सप्ताह से खाद्य कीमतों को नीचे लाने के लिए राज्य के अधिकार में आने वाले सभी संसाधनों का उपयोग करेगी।
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<p dir="ltr" lang="en">On coming Saturday I will be meeting with our Tiger Force at Convention Centre. From now till then I want our Tiger Force to regularly check prices of daal, atta, sugar, ghee in their localities & post on Tiger Force portal. Will discuss in Saturday mtg.<a href="https://t.co/dQIrvOM8uB">https://t.co/dQIrvOM8uB</a></p>
— Imran Khan (@ImranKhanPTI) <a href="https://twitter.com/ImranKhanPTI/status/1315204262876590080?ref_src=twsrc%5Etfw">October 11, 2020</a></blockquote>
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अपने ट्वीट में इमरान ने कहा कि सरकार "पहले से ही मूल्य वृद्धि के कारणों की जांच कर रही है और यह पता लगाएगी कि देश में खाद्य कीमतों में वृद्धि वास्तविक आपूर्ति की कमी के कारण हो रही है या कि माफियाओं द्वारा जमाखोरी, तस्करी या अंतरराष्ट्रीय कीमतों में वृद्धि के कारण हो रही है।

पाकिस्तान की संघीय सरकार ने इससे पहले वित्त मंत्रालय के नेतृत्व में एक राष्ट्रीय मूल्य निगरानी समिति का गठन किया था। पीएम कार्यालय के निर्देश पर आयोजित अंतिम बैठक में "टमाटर, आलू, प्याज के साथ-साथ गेहूं, चीनी और चिकन" जैसी अन्य आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में असामान्य वृद्धि पर चर्चा की गई।

दोनों मुख्य विपक्षी दलों पीपीपी और पीएमएल-एन ने भी मूल्य वृद्धि के लिए सरकार की आलोचना की है। चीनी और गेहूं आयात करने के बावजूद नियमित उपभोग की वस्तुओं की कीमतें पाकिस्तान में नहीं गिर रही हैं। जो सरकार के लिए एक और चुनौती पेश कर रही है।

गेहूं की कीमत लगभग 730 रुपये (पाकिस्तानी) प्रति 10 किलोग्राम है। अलग-अलग जगहों पर चीनी की कीमत 90 रुपये (पाकिस्तानी) से 100 रुपये प्रति किलोग्राम है। सरकार ने निजी क्षेत्र के लिए 200,000 टन चीनी आयात करने के लिए एक कोटा निर्धारित किया था। बाद में स्थिति को ध्यान में रखते हुए इस कोटा में अतिरिक्त 100,000 टन जोड़ा गया। जबकि निजी क्षेत्र 300,000 टन चीनी आयात करने में सक्षम नहीं है।

निजी क्षेत्र ने गेहूं के 22 जहाजों की बुकिंग की है, जिसमें से केवल 7 जहाज ही पाकिस्तान पहुंचे हैं और शेष शिपमेंट अभी रास्ते में है। इस साल पाकिस्तान 40 लाख टन गेहूं की कमी का सामना कर रहा है। गेहूं आयात ने कुछ हद तक संकट को कम कर दिया है लेकिन कीमतें बहुत ज्यादा बढ़ रही हैं।.

डॉ. शफी अयूब खान

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