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भारत-अमेरिका संबंधों में होने जा रही बड़ी शुरुआत को लेकर जो बाइडेन द्वारा व्हाइट हाउस में पीएम मोदी का ज़ोरदार स्वागत

व्हाइट हाउस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का गर्मजोशी से स्वागत करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन

संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन और प्रथम महिला जिल बाइडेन द्वारा वाशिंगटन डीसी में व्हाइट हाउस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत किया गया।

दोनों नेताओं के बीच सौहार्द्र साफ़ नजर आ रहा था। गर्मजोशी से स्वागत के दौरान वे हंसते और बातचीत करते नज़र आये।

व्हाइट हाउस की यात्रा से पहले पीएम मोदी ने एप्लाइड मैटेरियल्स के अध्यक्ष और सीईओ गैरी ई डिकर्सन, माइक्रोन टेक्नोलॉजी के अध्यक्ष-सीईओ संजय मेहरोत्रा और जनरल इलेक्ट्रिक एयरोस्पेस के अध्यक्ष और सीईओ एच लॉरेंस कल्प जूनियर से मुलाक़ात की।

बुधवार को वाशिंगटन डीसी पहुंचे पीएम मोदी ने अपने दिन की शुरुआत ‘स्किलिंग फ़ॉर फ़्यूचर’ कार्यक्रम में भाग लेकर की, जहां उन्होंने कहा कि भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका की साझेदारी टिकाऊ और समावेशी वैश्विक विकास के पीछे ड्राइविंग इंजन के रूप में काम करेगी।

“विकास की गति को बनाये रखने के लिए भारत और अमेरिका को प्रतिभा की एक पाइपलाइन की आवश्यकता है। एक ओर, अमेरिका के पास शीर्ष श्रेणी के शैक्षणिक संस्थान और उन्नत प्रौद्योगिकियां हैं। दूसरी ओर, भारत के पास दुनिया की सबसे बड़ी युवा फ़ैक्ट्री है। इसलिए, मेरा मानना है कि भारत-अमेरिका साझेदारी टिकाऊ और समावेशी वैश्विक विकास का इंजन साबित होगी।”

उन्होंने छात्रों के उज्ज्वल भविष्य को सुरक्षित करने के लिए भारत सरकार द्वारा की गयी पहलों-नई शिक्षा नीति को लागू करने और शिक्षा और कौशल को एकीकृत करने जैसे क़दमों पर प्रकाश डाला।

छात्रों के उज्ज्वल भविष्य के लिए भारत सरकार द्वारा किए गए कार्यों के बारे में बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि वे नई शिक्षा नीति और एकीकृत शिक्षा और कौशल लाये हैं।

स्किल इंडिया के तहत भारत ने आर्टिफ़िशियल इंटेलीजेंस, ब्लॉकचेन, ड्रोन और अन्य क्षेत्रों में “15 बिलियन से अधिक लोगों” को कुशल बनाया है।

पीएम मोदी ने अमेरिकी छात्रों से भारत आने का आग्रह किया और कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका के सैकड़ों शिक्षक पहले से ही भारत में हैं, वे एक तकनीकी साझेदारी में भाग ले रहे हैं।

भारत-अमेरिका शिक्षक विनिमय कार्यक्रम के विचार का प्रस्ताव रखते हुए पीएम मोदी ने कहा, “हम भारत-अमेरिका शिक्षक विनिमय कार्यक्रम शुरू करने के बारे में सोच सकते हैं। दुनिया भर के वैज्ञानिकों और उद्यमियों का भारतीय संस्थानों के साथ जुड़ाव बढ़ाने के लिए हमने 2015 में जीआईएएन- ग्लोबल इनिशिएटिव ऑफ एकेडमिक नेटवर्क्स शुरू किया है। मुझे आपको यह बताते हुए ख़ुशी हो रही है कि इसके तहत अमेरिका से 750 फ़ैकल्टी के लोग भारत आये हैं।’

इस बीच पीएम मोदी गुरुवार को राजकीय रात्रिभोज में शामिल होंगे, जिसकी मेज़बानी अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और प्रथम महिला जिल बाइडेन कर रहे हैं।

प्रधानमंत्री उसी दिन अमेरिकी कांग्रेस की संयुक्त बैठक को भी संबोधित करेंगे।

23 जून को अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस और अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन संयुक्त रूप से दोपहर के भोजन पर प्रधानमंत्री की मेज़बानी करेंगे।

बाद में वह यहां 20 शीर्ष अमेरिकी कंपनियों के व्यापारिक नेताओं से मिलेंगे और 1,500 से अधिक प्रवासी भारतीयों और व्यापारिक नेताओं की एक सभा को संबोधित करने की भी उम्मीद है।