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वाशिंगटन में राष्ट्रवादी कश्मीरियों की वाह-वाह

प्रदर्शनकारियों ने अमेरिका के वाशिंगटन में नेशनल प्रेस क्लब में कश्मीर पर मंच को बाधित किया। (फ़ोटो: एएनआई)। फ़ोटो: साभार: एएनआई

भारत के केंद्रशासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर में विकास, शांति और ज़मीनी लोकतंत्र के प्रसार के बारे में बात करने के लिए कश्मीर घाटी के युवा नेता वाशिंगटन डीसी स्थित नेशनल प्रेस क्लब में एकत्र हुए थे।

रीना भारद्वाज

कश्मीर घाटी के युवा नेता भारत के केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर में ज़मीनी लोकतंत्र के विकास, शांति और प्रसार के बारे में बात करने के लिए वाशिंगटन डीसी स्थित नेशनल प्रेस क्लब में एकत्र हुए थे।

इंटरनेशनल सेंटर फ़ॉर पीस स्टडीज़ ने घाटी से मीर जुनैद और तौसीफ़ रैना को ‘कश्मीर-फ्रॉम टर्मोइल टू ट्रांसफ़ॉर्मेशन’ शीर्षक से एक पैनल चर्चा के लिए आमंत्रित किया था। यह फ़ोरम कश्मीर के घटनाक्रम और ज़मीनी स्थिति पर केंद्रित था। ज़मीनी दृष्टिकोण बताते हुए मीर जुनैद ने अपनी शुरुआती टिप्पणी में कहा, “मैं विश्वास के साथ कह सकता हूं कि कश्मीर का शांति, समृद्धि और प्रगति की भूमि के रूप में पुनर्जन्म हुआ है। जम्मू और कश्मीर ने ऐसे कई बदलाव देखे हैं, जो इसे विरोध की स्थिति से एक प्रगतिशील केंद्र शासित प्रदेश के रूप में  ले आए हैं।”

जुनैद ने पाकिस्तान पर व्यंग्य करते हुए कहा,”हमें अब विवादास्पद बयानबाज़ी से परे देखना होगा। जो देश वैश्विक मंचों पर ढोल पीट रहे हैं, दुनिया को मूर्ख बना रहे हैं, उनका कश्मीर की शांति, प्रगति और समृद्धि से कोई लेना-देना नहीं है। इस तथ्य को स्वीकार करें कि कश्मीर उनके लिए एक अस्तित्वगत समस्या है और यही वजह है कि वे कश्मीर में हिंसा की आग जलाए रखना चाहते हैं। उन्होंने कभी समन्वित दुर्जेय अलगाववादी समूह, तथाकथित सर्वदलीय हुर्रियत कांफ़्रेंस (APHC) के नेताओं के भविष्य के बारे में सवाल उठाया और कहा कि इन नेताओं को इस समय जम्मू-कश्मीर में तेज़ी से और लगातार बदलते हालात से दो-चार होना पड़ रहा है।

जुनैद ने कहा, “वे ज़मीनी क़ानून, ज़मीनी शासन का सामना कर रहे हैं।” इसके परिणामस्वरूप कश्मीर में हुर्रियत कान्फ़्रेस दम तोड़ने लगी है। जिस समय जुनैद अपनी बात कह रहे थे,उसी समय मुट्ठी भर प्रदर्शनकारियों ने कश्मीरी कार्यकर्ता को रोका और मंच को बाधित कर दिया। जवाब में एक प्रदर्शनकारी चिल्लाया “तुम्हें शर्म आनी चाहिए।” सुरक्षाकर्मियों द्वारा धक्का-मुक्की किए जाने के बाद जब उन्हें कमरे से बाहर जाने के लिए कहा गया, तो प्रदर्शनकारियों ने अपना आपा खो दिया और वे गाली-गलौज के साथ पलटवार करते देखे गए।

जुनैद ने कहा, “पूरे दर्शकों ने आज आपका असली चेहरा देख लिया है। हमने कश्मीर में जो देखा, हमने आज वाशिंगटन में देख लिया और दुनिया को यह दिखाने के लिए धन्यवाद कि ये लोग कितने बेरहम हैं।” यह सब कैमरे में क़ैद हो गया और वीडियो ने सुर्ख़ियां बटोरीं।

मीर जुनैद जम्मू-कश्मीर वर्कर्स पार्टी (JKWP) के अध्यक्ष हैं। वह एक लेखक और कश्मीर विश्वविद्यालय से क़ानून से स्नातक हैं। उन्होंने @MirJunaidJKWP पर ट्वीट किया। जुनैद ने कहा,”आपने यह सब देखा है और शुरू में उन्होंने यही किया था, जो वे इस समय कर रहे हैं, उन्होंने मुझे एके 47 के बैरल से चुप कराने की कोशिश की, अगर आपने उन्हें 47 दिए तो, वे हमें यहीं मार देंगे। ऐसा इसलिए, क्योंकि वे सच का सामना नहीं करना चाहते।

(यह आर्टिकल देवडिस्कोर्स के कर्मचारियों द्वारा संपादित नहीं की गयी है और यह किसी सिंडिकेट फ़ीड से ऑटो जेनरेटेड है।)