रुस के राष्ट्रपति ब्लादीमीर पुतिन (Vladimir Putin) अपने इरादों से पूरी दुनिया को इस बात का संकेत दे रहे हैं कि वह हाल फिलहाल यूक्रेन (ukraine) को ऐसे ही छोड़ देने के मूड में तो बिलकुल नहीं है। सोमवार को रुसी सेना ने एक बार फिर यूक्रेन के चार शहरों पर काफी जबरदस्त बमबारी की। आज के हमलों में इन शहरों के बुनियादी ढांचों पर हमला किया। रूस ने यूक्रेन की राजधानी कीव और दूसरे सबसे बड़े शहर खारकीव समेत कई शहरों पर 40 मिसाइलें दागकर आधारभूत ढांचे को चौतरफा निशाना बनाया। इस हमले के बाद सोमवार को यूक्रेन के कई इलाके अंधेरे में डूब गए और पीने के पानी की सप्लाइ बंद हो गई। कीव के लोगों ने बताया कि राजधानी में कम से कम 5 विस्फोट हुए हैं।
रूस ने यूक्रेन के खारकीव (Kharkiv) , जापोरिझझिया और चेरकासी इलाके में कई मिसाइल हमले किए हैं। रूसी मिसाइल के हमले से खारकीव में जमीन के अंदर लगे सिस्टम ने काम करना बंद कर दिया। वहीं दो अन्य शहरों में बिजली गुल हो गई जिससे अंधेरा छा गया। यूक्रेनी मीडिया का दावा है कि रूस नागरिकों से जुड़े आधारभूत ढांचे को निशाना बना रहा है ताकि जल्द ही शुरू होने जा रही सर्दी में लोग अपने घरों में ही ठिठुर कर रह जाएं। उसने कहा कि रूस यूक्रेन के लोगों की जंग लड़ने की इच्छाशक्ति को तोड़ना चाहता है।
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रूस ने दागी पूरी 40 मिसाइलें
अंतरराष्ट्रीय कानून के मुताबिक नागरिक ठिकानों पर इस तरह के हमले करना युद्धापराध में आता है। यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की के सलाहकार एंटोन गेराश्चेंको ने कहा कि सोमवार को अलसुबह रूस की ओर से 40 मिसाइलें दागी गईं हैं। रूस ने यह हमला ऐसे समय पर किया है जब यूक्रेन की सेना ने रूस के काला सागर नौसैनिक बेड़े के मुख्यालय पर समुद्री ड्रोन से जोरदार हमला बोला है। इस हमले के बाद से ही रूस ने यूक्रेन के बंदरगाह से अनाज जाने में सहयोग देने की संधि को तोड़ दिया है। रूस ने कहा है कि वह ऐसे मालवाहक जहाजों को अब सुरक्षा की गारंटी नहीं देगा। इस बीच यूक्रेन के विदेश मंत्री दमयत्रो कुलेबा ने कहा कि रूस के मिसाइलों की बारिश ने देश के महत्वपूर्ण आधारभूत ढांचे को निशाना बनाया है।