दुनिया में इस वक्त भारत की महत्वता काफी ज्यादे बढ़ गई है। हर एक मामले में भारत की राय सुनना जरूर हो गया है। जब भी दुनिया के नेता एक जगह इकट्ठा होते हैं तो भारत को जरूर इसमें शामिल किया जाता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुनिया के सामने भारत की छवी अलग ही बना दी है। कोरोना काल में जिस तरह से भारत ने दुनिया के देशों की मदद की उससे हर जगह प्रसंसा हुई। साथ ही प्रधानमंत्री के कार्यों की विदेशों तक में गूंज है। अब भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अमेरिका भारत की अहमियत के बारे में बात की है।
रक्षा मंत्री ने कहा कि, भारतीय मूल के लोग दुनिया में जहां कहीं भी हैं, वहां उन्होंने भारत की पहचान को जीवित रखा है। उन्होंने अपने देश के हजारों मील दूर भी अपनी सांस्कृतिक पहचान बनाए रखने के लिए भारतीय-अमेरिकी नागरिकों की सराहना की। राजनाथ वाशिंगटन में आयोजित टू प्लस टू मंत्रिस्तरीय वार्ता में शामिल होने के लिए यहां आए थे। इसके बाद उन्होंने हवाई और फिर सैन फ्रांसिस्को की यात्रा भी की। अपनी पांच दिवसीय अमेरिका यात्रा को सफल बताते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि मैंने अपने अमेरिकी समकक्ष लॉयड ऑस्टिन के साथ मुलाकात की। उन्होंने ऑस्टिन के साथ सोमवार को द्विपक्षीय वार्ता की थी। दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय रक्षा सहयोग समेत विभिन्न मुद्दों पर विचार-विमर्श किया था।
उन्होंने कहा कि, भारत से बाहर रहने वाले भारतीय हमेशा खुद को भारतीय कहने में गर्व महसूस करते हैं। इसका साथ ही उन्होंने जोर देते हुए कहा दोनों देशों के संबंधों में स्थिरता और निरंतरता है। इसे बनाए रखने में दोनों देशों की अहम भूमिका रही है। सिंह ने कहा कि भारतीय प्रवासी अमेरिका में नई ऊंचाइयों की ओर बढ़ते रहे हैं और इस रिश्ते में उनकी खास भूमिका रही है। भारतीय मूल के लोग यहां जो उपलब्धि हासिल करते हैं, उस पर भारत के लोग हमेशा गौरवान्वित होते हैं।
इसके साथ ही उन्होंने चीन को कड़ा संदेश देते हुए कहा है कि, अगर हमें नुकसान पहुंचा तो भारत किसी को नहीं छोड़ेगा। उन्होंने कहा कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत एक शक्तिशाली देश के रूप में उभरा है और हम दुनिया की शीर्ष तीन अर्थव्यवस्थाओं में शामिल होने का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं। उन्होंने कहा कि चीन को स्पष्ट रूप से यह संदेश गया है भारत को अगर कोई छेड़ेगा तो भारत छोड़ेगा नहीं।