Putin Martial Law: क्रीमिया पुल पर हमला करने के बाद यूक्रेन को अंदाजा नहीं था कि उसके साथ अब क्या होने वाला है। जेलेंस्की को लगा था कि वो क्रीमिया पुल पर ब्लास्ट कर रूस की कमर तोड़ देंगे, लेकिन इस वक्त आलम यह है कि जेलेंस्की के पास ज्यादा ऑप्शन नहीं बचा है और यूक्रेन अंधेरे में डूबता जा रहा है। अब रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन के कब्जाए गए चार क्षेत्रों में मार्शल लॉ (Putin Martial Law) लगा दिया है। जिसके चलते जेलेंस्की की टेंशन और भी ज्यादा बढ़ गई है। इन क्षेत्रों में मार्शल लॉ (Putin Martial Law) लगाने का सबसे पहले सुझाव चेचेन्या के खूंखार कमांडर रमजान कादीरोव ने दिया था। उन्होंने कहा कि अगर रूस की तरफ एक भी गोली चलती है तो न केवल यूक्रेनी निर्णय लेने वाले केंद्रों पर हमला किया जाएगा, बल्ति उन्हें पृथ्वी से ही मिटा दिया जाएगा। कादीरोव को पुतिन का सबसे बड़ा समर्थक माना जाता है।
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धरती से मिटा दें यूक्रेन का नामोनिशान
कमांडर रमजान कादीरोव ने पुतिन से आग्रह किया था कि उन्हें यूक्रेनी कब्जे वाले इलाके में मार्शल लॉ लगाकर कम क्षमता वाले परमाणु बमों का इस्तेमाल करना चाहिए। चेचेन कमांडर की सलाह के 18 दिन बाद पुतिन ने डोनेट्स्क, लुहान्स्क, जापोरिज्जिया और खेरसॉन में सेना को अतिरिक्त अधिकारी दे दिए हैं। पुतिन के इस फैसले के बाद भी रमजान कादीरोव ने रूसी सरकार का धन्यवाद किया है। कादीरोव ने कहा कि मैं रूस के चार नए क्षेत्रों में मार्शल लॉ पर निर्णय का पूरा समर्थन करता हूं। मैंने हमेशा इस बात पर जोर दिया है कि लोग जनमत संग्रह में रूस की तरफ इसलिए गए ताकि हम उन्हें नाजियों से बचा सकें। और अब, भले ही एक गोली रूस की ओर उड़ जाए, हमें न केवल निर्णय लेने वाले केंद्रों पर प्रहार करना चाहिए, बल्कि उनके चेहरों को धरती से ही मिटा देना चाहिए, ताकि इस फासीवादी सैन्य शासन के लिए कोई भी पनाहगाह न बच सके। कादीरोव ने यूक्रेन युद्ध में रूस का समर्थन करने के लिए सबसे पहले अपनी मिलिशिया को तैनात किया था। कादिरोव ने खुद खेरसान में जाकर अपने सैनिकों का हौसला बढ़ाया था। अब उसके लड़के रूस की तरफ से जंग लड़ने के लिए युद्ध क्षेत्र में पहुंचे हैं।
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यूक्रेन के लिए चेतावनी, नहीं माना तो अंजाम बुरा होगा
रूस में मार्शल लॉ कानून 2002 में बनाया गया था लेकिन, उसके बाद से कभी इसका उपयोग नहीं हुआ था। इसका इस्तेमाल तभी किया जा सकता है, रूस आक्रामकता या आक्रामकता के तत्काल खतरे का सामना कर रहा हो। अब पुतिन ने यूक्रेन के जिन चार राज्यों पर कब्जा किया है वहां पर बढ़ते खतरे को देखते हुए ये कानून लागू किया है। पुतिन ने मार्शल लॉ लागू कर यूक्रेन को चेतावनी दी है कि यह रूसी जमीन पर आक्रमण है और इसके खिलाफ पूरी ताकत से निपटा जाएगा।
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