Hindi News

indianarrative

गहरा रही है तीसरे World War की आशंका,30 साल बाद रूस ने बेड़े पर तैनात किए परमाणु बम

रूस ने उत्तरी बेड़े पर तैनात किे न्यूक्लियर हथियार

Russia Ukraine Nuclear:यूक्रेन पर रूस को हमला बोले पूरा एक साल होने वाला है और इतने दिनों में जेलेंस्की का देश खंडहर बन गया है। रूस ने जब भी अपनी युद्ध रणनीति में बदलाव किया है यूक्रेन को भारी तबाही देखने को मिली है। ऐसे में अब रूस और यूक्रेन युद्ध को एक साल पूरे होने वाले हैं। इस बीच एक डराने वाली खबर आई है। नॉर्वे की इंटेलिजेंस सर्विस ने सोमवार को एक रिपोर्ट में कहा कि रूसी नौसेना के उत्तरी बेड़े में युद्धपोतों को टैक्टिकल न्यूक्लियर हथियारों से लैस किया गया है। इस दौरान वार्षिक रिपोर्ट में जहाजों पर हथियारों की मौजूदगी के बारे में बताया है। माना जा रहा है कि 30 साल में यह पहली बार है जब बेड़ा परमाणु हथियारों के साथ समुद्र में गया है। साथ ही इन परमाणु हथियारों का एक बड़ा हिस्सा उत्तरी बेड़े की पनडुब्बियों और जहाजों पर तैनात है।

इस बीच नॉर्वे की खुफिया एजेंसी (Norwegian intelligence agency) ने टैक्टिकल न्यूक्लियर हथियारों को नाटो देशों के लिए एक गंभीर खतरा बताया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि इसके अलावा रूस के पास पनडुब्बी, सैटेलाइट को तबाह करने वाले हथियार और साइबर उपकरण हैं, जो नॉर्वे और नाटो को धमकी देने के लिए काफी हैं। पोलिटिको की रिपोर्ट के मुताबिक कोल्ड वॉर के दौरान सोवियत संघ के उत्तरी बेड़े का युद्धपोत अक्सर परमाणु हथियारों से लैस होकर समुद्र में जाता था।

ये भी पढ़े: यूक्रेन को ये खतरनाक हथियार देकर America ने बढ़ाई ताइवान की टेंशन,चीन से कनेक्शन

रूस के लिए बढ़ा परमाणु हथियारों का महत्व

रूस की सैनिक क्षमता कमजोर है, इसलिए उसके लिए परमाणु हथियारों का महत्व काफी बढ़ गया है। एजेंसी ने अपनी रिपोर्ट में निष्कर्ष निकाला है कि आने वाले वर्षों में रूस नए परमाणु हथियारों को बनाना जारी रखेगा। रूसी राष्ट्रपति पुतिन युद्ध की शुरुआत के बाद से ही परमाणु हथियारों के इस्तेमाल की बात से परहेज करते रहे हैं। पुतिन के खास और रूस के पूर्व राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेव ने हाल ही में परमाणु हथियारों के इस्तेमाल की संभावना जताई। उन्होंने कहा कि अगर एक परमाणु संपन्न देश हारता है तो यह न्यूक्लियर युद्ध की संभावना बढ़ा सकता है।