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NATO में शामिल होने जा रहे Finland को रूस ने दी सजा, Putin ने काट दी पॉवर सप्लाई, अंधेरे में डूब जाएगा पूरा देश

Ukraine के बाद अब इस देश पर रूस का अटैक

पश्चिमी देश एक बार फिर से यूक्रेन की तरह फिनलैंड और स्वीडन को भी NATO में शामिल करने की योजना बना रहे हैं। ऐसे में साफ है कि जंग इतनी जल्दी खत्म होने वाली नहीं है। ऐसा लग रहा है कि, पश्चिमी देश जान बूझकर इस युद्ध को भड़काना चाहते हैं ताकि वो रूस पर और कड़े प्रतिबंध लगा सके। लेकिन, यह बात फिनलैंड और स्वीडन को भी समझ नहीं आ रही है कि पश्चिमी देश अपने फायदे के लिए इस जंग को भड़का रहे हैं। पहले ही कहा जा चुका है कि, अगर फिनलैंड और स्वीडन नाटो में शामिल होते हैं तो फिर वर्ल्ड वॉर 3 होने के आसार और भी बढ़ जाएंगे। वहीं, पुतिन ने बड़ा ऐक्शन लेते हुए फिनलैंड पर हमला बोला है जिसके बाद पूरा देश अंधेरे में चला जाएगा।

रूस ने ऐलान किया है कि वो शनिवार से फिनलैंड को बिजली की सप्लाई देना बंद कर देगा। पिछले दिनों फिनलैंड ने राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने ऐलान किया था कि उनका देश नाटो संगठन में शामिल होने के लिए आवेदन का समर्थन करता है। इस बाबत जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। फिनलैंड के पीएम और राष्ट्रपति ने कहा था कि नॉर्डिक देश को सोवियत संघ का मुकालबा करने के लिए अब पश्चिमी गठबंधन की सदस्यता बिना देरी किए ले लेनी चाहिए। माना जा रहा है कि फिनलैंड के इसी फैसले से रूस खफा है और उसने फिनलैंड को बिजली देने से मना कर दिया है।

बता दें कि, रूस की फिनलैंड के साथ करीब 1,340 किलोमीटर लंबी सीमा है। रूस को अब इस बात की चिंता है कि नाटो रूसी सीमाओं के नजदीक कौन सा बुनियादा ढांचा विकसित करता है। फिनलैंड और स्वीडन अगर नाटो में शामिल होते हैं तो यह जंग और भी बढ़ जाएगी। रूस ने पिछले दिनों स्वीडन और फिनलैंड को चेतावनी भी दी थी कि, अगर वो नाटो में शामिल होते हैं तो इसके दूरगामी सैन्य और राजनीतिक परिणाम होंगे। रूस पहले ही नाटो सीमाओं के पास अपने स्थिति मजबूत करने में लगा हुआ है। रूसी राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन ने पिछले दिनों रूस की पश्चिमी सीमाओं पर सुरक्षा मजबूत करने का आदेश दिया था। अब रूस को स्वीडन से जुड़ी सीमाओं पर भी अपनी ताकत लगानी होगी वहीं नाटो सेना अब स्वीडन से संधि के बाद रूस की सीमा के काफी करीब तक पहुंच जाएगी जिसे कूटनीतिक दृष्टि से रूस के खिलाफ माना जा रहा है।