Hindi News

indianarrative

दुनिया के सामने फिर बेनकाब हुआ पाकिस्तान! रूस ने खोली पोल, कहा-कच्चे तेल पर कोई छूट नहीं

पाकिस्तान फिर बेनकाब

आर्थिक संकट से जूझ रहा पाकिस्तान तेल की कीमतों को कम करने के लिए रूस (Russia) से कच्चा तेल खरीद रहा है। दरअसल पाकिस्तान के लोग महंगे पेट्रोल डीजल से परेशान हैं। यही वजह है कि तमाम दबावों के बावजूद पाकिस्तान ने रूस का रुख किया है। हालांकि पाकिस्तान की ओर से दावा किया जा रहा है कि उसे रूस ने तेल पर स्पेशल छूट दी है। लेकिन रूस ने इससे साफ इनकर किया है। रूसी ऊर्जा मंत्री निकोलाई शुलगिनोव ने कहा है कि उनका देश पाकिस्तान को विशेष छूट पर तेल नहीं दे रहा है। वॉयस ऑफ अमेरिका (वीओए) ने रूसी सरकारी मीडिया का हवाला देते हुए कहा, पाकिस्तान को तेल की डिलीवरी शुरू हो गई है। लेकिन उसे कोई स्पेशल छूट नहीं दी गई है। पाकिस्तान के लिए (तेल का भाव) दूसरे खरीददारों के समान ही है।

पाकिस्तान चीनी मुद्रा में कर रहा भुगतान

सेंट पीटर्सबर्ग में एक अंतरराष्ट्रीय आर्थिक सम्मेलन के मौके पर पत्रकारों से बात करते हुए, रूसी मंत्री ने शुक्रवार को पुष्टि करते हुए कहा कि उनके देश ने पाकिस्तान को तेल निर्यात करना शुरू कर दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि रूस और पाकिस्तान चीनी मुद्रा के भुगतान पर सहमत हुए हैं। यानी पाकिस्तान तेल खरीदने के लिए रूस को चीनी मुद्रा (युआन) में भुगतान कर रहा है। हालांकि उन्होंने इन दावों का खंडन किया कि पाकिस्तान को डील पर विशेष छूट मिली थी।

रूसी तेल के आयात को पाक PM ने बताया उपलब्धि

पाकिस्तान ने इस महीने की शुरुआत में पेट्रोलियम, एलएनजी, कोयला, खनिज, धातु, गेहूं, दाल और अन्य खाद्य पदार्थों सहित कुछ वस्तुओं के लिए अफगानिस्तान, ईरान और रूस के साथ वस्तु विनिमय व्यापार की अनुमति देने के लिए एक विशेष आदेश पारित किया था। इस व्यापार के बारे में रूसी मंत्री ने कहा कि पाकिस्तान को तरलीकृत प्राकृतिक गैस (LNG) के निर्यात की कीमतों पर दोनों देशों के बीच अभी तक कोई समझौता नहीं हुआ है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ (Shehbaz Sharif) ने पहले रूसी तेल के आयात को एक उपलब्धि के रूप में बताया था। रविवार को, पीएम शहबाज ने ट्विटर पर घोषणा करते हुए कहा कि पहला “रूसी रियायती कच्चा तेल कार्गो आ गया है और कराची में एक बंदरगाह पर उतार दिया गया है। उन्होंने आगे लिखा आज एक परिवर्तनकारी दिन है। हम समृद्धि, आर्थिक विकास और ऊर्जा सुरक्षा और सामर्थ्य की ओर एक समय में एक कदम आगे बढ़ रहे हैं।

ये भी पढ़े: Russia से ‘सस्‍ता’ तेल खरीदना पाकिस्तान के लिए बनेगा सिरदर्द! भारत की नकल शरीफ को पड़ेगी महंगी

जानकारी छिपा रहे पाकिस्तान के मंत्री

पाकिस्तान के पेट्रोलियम मंत्री मुसादिक मलिक ने बाद में खुलासा किया कि तेल के लिए भुगतान युआन में किया गया था। मलिक ने हाल ही में मीडिया को बताया कि पाकिस्तान ने 100,000 मीट्रिक टन रूसी कच्चा तेल खरीदा था और भुगतान चीनी युआन में किया गया था। हालांकि, उन्होंने डील के कॉमर्शियल ब्योरे का खुलासा नहीं किया, न ही ये बताया गया कि पाकिस्तान को रूसी तेल पर छूट मिली या नहीं, अगर मिली है तो कितनी मिली है। पाकिस्तान अपने कच्चे तेल का 70% आयात करता है, जिसे पीआरएल, नेशनल रिफाइनरी लिमिटेड, पाक अरब रिफाइनरी लिमिटेड और बायको पेट्रोलियम रिफाइन करते हैं।

रूस की ओर क्यों बढ़ा पाकिस्तान

बचा हुआ 30% स्थानीय रूप से उत्पादित और अटॉक रिफाइनरी लिमिटेड सहित स्थानीय रिफाइनरियों द्वारा रिफाइन किया जाता है। रूस से तेल आयात करने का कदम तब उठाया गया है जब पाकिस्तान बढ़ती वैश्विक कीमतों के बीच तेल आयात के अपने स्रोतों में विविधता लाने पर विचार कर रहा है। रूस कच्चे तेल का एक प्रमुख उत्पादक है और उसने कथित तौर पर पाकिस्तान को तेल की कीमतों में छूट की पेशकश की है। रूसी कच्चे तेल का भुगतान बैंक ऑफ चाइना के माध्यम से युआन में किया जाएगा।

रूस से बंपर डिस्काउंट पर तेल खरीद चुका है भारत

भारत जहां पहले रूस से न के बराबर खरीदारी करता था, वहीं अब वह प्रतिदिन लगभग 20 लाख बैरल तेल खरीद रहा है। दूसरी ओर चीन ने खरीदारी बढ़ाकर पांच लाख बैरल प्रतिदिन से 22 लाख बैरल प्रतिदिन कर दी है।’ मई में रूस के समुद्री कच्चे तेल का निर्यात औसतन 38.7 लाख बैरल प्रतिदिन रहा, जो फरवरी 2022 में रूस के यूक्रेन पर आक्रमण के बाद सबसे अधिक है। आईईए ने कहा, ‘मई 2023 में, भारत और चीन की रूसी कच्चे तेल के निर्यात में लगभग 80 प्रतिशत हिस्सेदारी थी। भारत और चीन के कुल आयात में रूसी तेल की हिस्सेदारी क्रमश: 45 प्रतिशत और 20 प्रतिशत रही।’