अंतर्राष्ट्रीय

Putin की मुश्किल बढ़ी! रूस में हथियारों के जखीरे की भारी किल्लत,दोस्त भारत को किया वादा तोडा

रूस और यूक्रेन (Russia and Ukraine) के बीच युद्ध को एक साल पूरा हो जाने के बाद भी ये थमने का नाम नहीं ले रहा है। मगर इस बीच अब ये बात साफ होती दिख रही है इतने लंबे वक्त से चले आ रहे युद्ध से रूस को काफी ज्यादा नुकसान झेलना पड़ रहा है। मिल रही रिपोर्ट्स के अनुसार बड़े पैमाने पर रूस को हथियारों का नुकसान हुआ है। इसके अलावा अब उसके पास अपने सैनिकों को भी देने के लिए हथियारों की कमी है। दरअसल,यूक्रेन के साथ युद्ध में फंसा रूस भारत को हथियारों की डिलीवरी समय पर करने के अपने वादे को पूरा नहीं कर पा रहा है। इस बात की पुष्टि खुद भारतीय वायुसेना की तरफ से की गयी है। मगर रूस केवल भारत से ही नहीं बल्कि यूक्रेन के साथ लड़ रहे अपने सैनिकों को हथियार देने में भी मुश्किलों का सामना कर रहा है। भारतीय वायुसेना के एक प्रतिनिधि ने एक संसदीय समिति को बताया कि यूक्रेन युद्ध के कारण रूस से प्रमुख डिलीवरी नहीं होने जा रही है। इसमें खास तौर पर S-400 एयर डिफेंस सिस्टम शामिल है।

रूस ने लिखित में साफ तौर पर इस देरी की पुष्टि की है। हालांकि, रिपोर्ट में इस बारे में कोई जिक्र नहीं किया गया की आखिर किन हथियारों की डिलीवरी पर असर पड़ेगा। लेकिन माना जा रहा है कि 2018 में हुई (S-400 missile system) की डिलीवरी प्रभावित होगी। S-400 के तीन सिस्टम की डिलीवरी हो चुकी है और दो अभी भी बाकी हैं। वैसे, इस महीने की शुरुआत में रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने युद्ध के के लिए ज्यादा से ज्यादा हथियार बनाने की क्षमता बढ़ाने की घोषणा की थी।

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हथियारों की भारी कमी

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने हथियारों के निर्माण को बढ़ाने को ‘तत्काल आवश्यक’ बताया था। क्योंकि रूस के खतरनाक वैगनर ग्रुप के चीफ येवगेनी प्रिगोझिन लगातार हथियारों की कमी की शिकायत करते रहे हैं। उनकी ओर से लगातार कहा जाता रहा है कि सैनिकों के पास लड़ने के लिए हथियार नहीं हैं। ऐसे में अभी भारत भी हथियारों के लिए रूस पर निर्भर है।

वैसे यह कोई पहली बार नहीं क्योंकि इससे पहले भी इस तरह की खबरें सामने आती रही हैं कि रूस के पास हथियारों की कमी है। कई रिपोर्ट्स के मुताबिक रूस के पास मिसाइल की कमी है। इन खबरों का खंडन करते हुए पूर्व रूसी राष्ट्रपति दिमीत्रि मेदवेदेव ने कहा था कि देश की फैक्ट्रियां डिमांड को पूरा करने में सक्षम हैं। मेदवेदेव ने कहा था कि रूस ने अपने हथियारों का निर्णाण पहले से 10 गुना ज्यादा बढ़ा दिया है।

आईएन ब्यूरो

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