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America के F-16 के खिलाफ रूस उतारेगा सुखोई-57, जानिए कितना विनाशकारी है यह जेट

America के F-16 के खिलाफ रूस उतारेगा सुखोई-57

सालभर से अधिक समय से चल रहे रूस-यूक्रेन युद्ध में अमेरिका(America) लगातार यूक्रेन को पर्दे के पीछे से मदद पहुंचा रहा है। हालांकि अभी अमेरिका (America) खुलकर मैदान में सामने नहीं आया है। हाल ही में अमेरिका ने यूक्रेन को F-16 फाइटर प्लेन दिए हैं। हालांकि अमेरिका ने F-16 देने के साथ, शर्त भी रख दी है। अमेरिका ने यूक्रेन से कहा कि वह इन फाइटर प्लेन का इस्तेमाल रूसी क्षेत्र में ना करे।

अब ऐसी खबरें आ रही हैं कि रूस अपना सबसे ताकतवर फाइटर जेट, यूक्रेन (America) के खिलाफ जंग में उतार सकता है। रूसी मिलिट्री का दावा है कि यह उसका सबसे ताकतवर फाइटर जेट है और इसे अमेरिका के एफ-16 को ढेर करने के लिए प्रयोग किया जाएगा। अमेरिकी राष्‍ट्रपति जो बाइडेन ने जापान के हिरोशिमा में जी-7 के अपने साथियों से एक महत्‍वपूर्ण बात कही है। उन्‍होंने कहा है कि अमेरिका साथी देशों की तरफ से शुरू होने वाली उस पहल का समर्थन करेगा जिसके तहत यूक्रेन के पायलट्स को नाटो देशों के फाइटर जेट्स उड़ाने की ट्रेनिंग दी जाएगी।

​जंग में आएगा नया मोड़​

यूक्रेन के पायलट्स इस मुहिम के तहत एफ-16 जैसे फाइटर जेट्स के उड़ाना सीखेंगे। कई विशेषज्ञ मान रहे हैं कि हो सकता है जंग के मैदान में रूस अपना सबसे ताकतवर फाइटर जेट सुखोई-57 उतार दे। भारतीय वायुसेना से रिटायर्ड फाइटर पायलट विजेंद्र के ठाकुर का मानना है कि एफ-16 अगर यूक्रेन को मिलता है तो फिर यह 14 महीने से चली आ रही जंग में बड़ा मोड़ होगा। उनका कहना है कि अगर ऐसा हुआ तो फिर रूस अपना फाइटर जेट सु-57 उतारने से नहीं हिचकेगा। उनकी मानें तो F-16, मिग-29 या Su-27 की तुलना में कम शक्तिशाली है। हालांकि इसकी रेंज और अंदर तक हमला करने वाले हथियारों की ताकत की वजह से यह रूस को जोखिम में डाल सकता है।

सु-57 को क्रिमिनल के तौर पर भी जाना जाता है

अभी तक यूक्रेन ने सु-57 को युद्ध के मैदान में नहीं देखा है जिसे रूस पांचवीं पीढ़ी का जेट करार देता है। सु-57 को क्रिमिनल के तौर पर भी जाना जाता है। विशेषज्ञों का कहना है कि सु-57, अमेरिका के F-16 को इंटरसेप्ट करने में आसानी से सक्षम है। इसका अर्थ यही हुआ कि जमीन पर मौजूद रडार्स के साथ सु-57 युद्ध के मैदान में काफी बेहतरी से परफॉर्म कर सकता है।

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ग्राउंड रडार्स की वजह से सु-57 आसानी से लंबी और मध्यम दूरी की मिसाइलों को कैरी कर सकता है। सु-57 में पहले ही 200 किमी की रेंज वाली लंबी दूरी की मिसाइल RVV-BD और 110 किमी RVV-SD मिसाइल के साथ मध्यम दूरी की मिसाइल फिट है।