Saudi Arabia के क्राउन प्रिंस ने मस्जिदों में लाउडस्पीकरों के शोर पर लगाई रोक, कट्टररंथी मुल्ला-मौलवी नाराज

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सऊदी अरब के चेहरे पर लगे कट्टरवादी देश का तमगा हटाने के लिए क्राउन प्रिंस मुहम्मद बिन सलमान लगातार उदारवादी नीतियां लागू करने में जुटे हैं। इसी क्रम में उन्होंने मस्जिदों के लाउडस्पीकरों की आवाज कम करने के आदेश को हरी झण्डी दे दी है। कई दिनों से चल रहे इस विवाद पर क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने कहा है कि अब सऊदी अरब में मस्जिदों के लाउडस्पीकरों की आवाज उनकी क्षमता की तिहाई से अधिक नहीं हो सकेगी।</p>
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हालांकि उनके इस आदेश से सऊदी अरब के कट्टरपंथी मौलाना नाराज आ रहे हैं लेकिन क्राउन प्रिंस इन सबसे अलग सऊदी अरब की पुरानी कट्टरपंथी पहचान को खत्म करने पर लगे।</p>
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भले ही सऊदी अरब में महिलाओं को ड्राइविंग की छूट से लेकर अब लाउडस्पीकर की आवाज तय करने जैसे अहम फैसले हुए हैं, लेकिन इससे कट्टर तबके में नाराजगी भी बढ़ सकती है। दरअसल किंगडम ने इससे पहले 2009 में भी ऐसा ही फैसला लिया था, लेकिन विरोध होने के चलते उस पर अमल नहीं हो सका था। हालांकि अब जारी आदेश में कहा गया है कि यदि लाउडस्पीकरों से तय लिमिट से ज्यादा शोर होता है तो फिर मस्जिद प्रशासन पर जुर्माना भी लगाया जा सकता है। इस्लामिक मामलों के मंत्री का कहना है कि यह फैसला लोगों के हित में लिया गया है।</p>
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इस्लामिक अफेयर्स मिनिस्टर अब्दुल लतीफ अल-शेख ने कहा कि नागरिकों की ओर से ऐसी शिकायतें मिली थीं कि लाउडस्पीकरों के ज्यादा शोर की वजह से बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक को परेशानी हो रही है। एक वीडियो संदेश में मंत्री ने कहा कि जो लोग खुदा की इबादत करना चाहते हैं, उन्हें इमाम की ओर से अजान का इंतजार करने की जरूरत नहीं होती। बता दें कि बीते कुछ दिनों में सऊदी किंगडम में ऐसे कई फैसले हुए हैं, जिन्होंने दशकों पुरानी रवायत को बदलने का काम किया है। जैसे महिलाओं को ड्राइविंग की अनुमति मिलना और सिनेमा घरों के संचालन की शुरुआत होना।</p>
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सऊदी अरब के मामलों के जानकारों का कहना है कि इसकी वजह देश की छवि दुनिया भर में सुधारना है। इसके अलावा विदेशी निवेश को आमंत्रित करने के लिए भी उदारवादी नीतियों की जरूरत होती है। खासतौर पर प्लान 2030 के तहत क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने उदारवादी नीतियों को लागू करने का फैसला लिया है। उनका मानना है कि कच्चे तेल के कारोबार में गिरावट के बीच भी सऊदी इकॉनमी को मजबूत करने के लिए इन सुधारों की जरूरत है।</p>
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गुलाम कश्मीर (पीओके) के प्रधानमंत्री राजा फारूख ने पाक प्रधानमंत्री इमरान खान को चेतावनी दी है कि अगर पाकिस्तान सरकार ने उनके आंतरिक मामलों दखल दी तो अंजाम बुरे होंगे।</p>
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POK के PM राजा फारूख ने Pak PM इमरान खान को औकात बताई। POK में टांग अड़ाई तो अंजाम बुरे होंगे</p>
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राजा फारूख की</p>
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खुली बगावत</p>

आईएन ब्यूरो

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