अफगानिस्तान में तालिबान ने जब से कब्जा किया है तब से वो दुनियाभर से कहता फिर रहा है कि वो उसका समर्थन करें इसके साथ ही उसका खास दोस्त पाकिस्तान भी विश्व मंच पर जमकर तालिबान सरकार को समर्थन करने का आलाप राग रहा है। लेकिन दुनिया के बड़े देशों ने वेट एंड वॉच की स्ट्रैटजी अपनाई हुई है जिसे लेकर अब तालिबान ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय को से देश के बैंक रिजव्र को अनफ्रीज करने के लिए कहा है वो भी बिना किसी शर्तों को।
अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जा करने के बाद अमेरिका ने अफगानिस्तान की अरबों डॉलर की संपत्ति को फ्रीज कर दिया था जिसे लेकर अब तालिबान सरकार ने कहा है कि इसे अनफ्रीज करे। तालिबान के वित्त मंत्रालय के प्रवक्ता अहमद वली हौमल ने कहा है कि, अफगान संपत्ति को बिना किसी शर्त के रिलीज किया जाना चाहिए। किसी देस के भंडार को फ्रीज करना अंतरराष्ट्रीय कानूनों के खिलाफ है। अफगान लोगों के खिलाफ हो रही क्रूरता का यह उदाहरण है। जमा किया गया पैसा इस्लामिक अमीरात की संपत्ति नहीं है, यह जरूरतमंद लोगों और व्यापारिक का धन है।
खबरों की माने तो अफगान उद्योगपतियों और व्यापरियों ने अफगानिस्तान के रिजर्व को फ्रीज करने के खिलाफ रैली निकाली, इनका कहना है कि मौजूदा गंभीर आर्थिक संकट न केवल अफगानिस्तान, बल्कि दूसरे देशों को भी नुकसान पहुंचाएगा। ऐसे में यह पाबंदी जल्द से जल्द हटा देनी चाहिए। इसके साथ ही एक उद्योगपति का कहना है कि, अगर देश का रिजर्व अनफ्रीज नहीं किया गया तो अपराध बढ़ेंगे। अफीम की खेती और ड्रग्स की तस्करी भी बढ़ेगी, जिससे अफगानिस्तान और दूसरे देशों को नुकसान होगा।