पाकिस्तान के साथ Taliban ने किया जंग का ऐलान- अपने लड़ाकों से कहा अफगानिस्तान की तरह पूरा PAK चाहिए

<div id="cke_pastebin">
<p>
अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जा के पीछे सबसे बड़ा हाथ पाकिस्तान का ही रहा है। पाकिस्तान ने ही तालिबान की मदद की जिसके चलते वो अफगानिस्ता पर कब्जा कर सका। इमरान खान शुरुआत से ही तालिबानियों की गुणगान कर रहे हैं यहां तक कि विश्व मंच पर वो अपना भोंपू लेकर चिल्लाते रहे हैं कि दुनिया के बाकी देश तालिबान का समर्थन करें। लेकिन अब जिस पाकिस्तान ने मदद किया उसी के लिए तालिबान नासूर बन गया है। तालिबान ने अपने लड़ाकों से पाकिस्तान पर हमला करने का आदेश दिया है।</p>
<p>
<a href="https://hindi.indianarrative.com/world-news/america-australia-and-these-countries-boycott-of-beijing-winter-olympic-games-china-threatens-says-they-will-pay-the-price-34779.html"><strong>यह भी पढ़ें- अमेरिका-ऑस्ट्रेलिया के वार से अभी संभला नहीं था ड्रैगन कि ब्रिटेन और कनाडा भी मरोड़ दी गर्दन</strong></a></p>
<p>
पाकिस्तान और तहरीक-ए-तालिबा के बीच सीजफायर चल रहा था लेकिन अब तालिबान ने कहा है कि वो इस सीजफायर को खत्म कर रहे हैं। इसके साथ ही तालिबान ने अपने लड़ाकों को आदेश दिया है कि वो अब पाकिस्तान पर हमला करना शुरू कर दें। तालिबान ने पाकिस्तान की इमरान खान पर आरोप लगाया है कि वो उनके पूर्व में लिए गए फैसलों को सम्मान नहीं दे रही है। गुरुवार को तालिबान ने इमरान खान सरकार के साथ पिछले एक महीने से चले आ रहे सीजफायर को खत्म कनरे का ऐलान कर दिया।</p>
<p>
डॉन की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि, पहले टीटीपी और पाकिस्तान के बीच वार्ता के कई दौर चले थे। अफगान तालिबान, पाकिस्तान और टीटीपी के बीच मध्यस्थता करना के लिए राजी हुआ था और वो दोनों ही तरफ से इसमें अपनी भूमिका निभा रहा था। 25अक्टूबर 2021को पाकिस्तान सरकार और टीटीपी 6बिंदुओं पर समझौते के करीब पहुंचे थे। इसके अलावा दोनों ही तरफ से सीधे फेस-टू-फेस बातचीत भी अफगानिस्तान के साउथ-वेस्टर्न खोस्ट प्रक्षेत्र में करीब दो हफ्ते पहले हुई थी। इसमें दोनों के बीच शांति बनाए रखने को लेकर चर्चा हुई थी।</p>
<p>
<a href="https://hindi.indianarrative.com/world-news/imran-khan-in-high-tension-with-tlp-chief-saad-rizvi-statement-says-he-will-become-kingmaker-in-pak-general-elections-34769.html"><strong>यह भी पढ़ें- कमजोर हो गए हैं इमरान खान- Pakistan की सत्ता किसी भी वक्त आतंकियों के हाथ में जा सकती है!</strong></a></p>
<p>
लेकिन, इस बीच टीटीपी ने पाकिस्तान से सीजफायर रोकने के लिए शरिया कानून लागू करने और आदिवासी इलाकों को उनके पूर्व का स्टेटस देने की शर्त कायम रखी है। शरिया कानून को लेकर इमरान सरकार से टीटीपी की बात नहीं बन पाई है। टीटीपी के नेता मुफ्ति नूर वली महसूद ने पाकिस्तान के साथ सीजफायर खत्म करने का ऐलान किया है। इसके साथ ही उन्होंने अपने लड़ाकुओं से कहा है कि वो अब पाक पर हमला शुरू कर दें। टीटीपी के इस ऐलान के बाद माना जा रहा है कि एक बार फिर पाकिस्तान में शांति व्यवस्था को भी नुकसान पहुंचने वाला है।</p>
</div>

आईएन ब्यूरो

Recent Posts

खून से सना है चंद किमी लंबे गाजा पट्टी का इतिहास, जानिए 41 किमी लंबे ‘खूनी’ पथ का अतीत!

ऑटोमन साम्राज्य से लेकर इजरायल तक खून से सना है सिर्फ 41 किमी लंबे गजा…

7 months ago

Israel हमास की लड़ाई से Apple और Google जैसी कंपनियों की अटकी सांसे! भारत शिफ्ट हो सकती हैं ये कंपरनियां।

मौजूदा दौर में Israelको टेक्नोलॉजी का गढ़ माना जाता है, इस देश में 500 से…

7 months ago

हमास को कहाँ से मिले Israel किलर हथियार? हुआ खुलासा! जंग तेज

हमास और इजरायल के बीच जारी युद्ध और तेज हो गया है और इजरायली सेना…

7 months ago

Israel-हमास युद्ध में साथ आए दो दुश्‍मन, सऊदी प्रिंस ने ईरानी राष्‍ट्रपति से 45 मिनट तक की फोन पर बात

इजरायल (Israel) और फिलिस्‍तीन के आतंकी संगठन हमास, भू-राजनीति को बदलने वाला घटनाक्रम साबित हो…

7 months ago

इजरायल में भारत की इन 10 कंपनियों का बड़ा कारोबार, हमास के साथ युद्ध से व्यापार पर बुरा असर

Israel और हमास के बीच चल रही लड़ाई के कारण हिन्दुस्तान की कई कंपनियों का…

7 months ago