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Taliban ने दी सूट-बूट वालों को कड़ी चेतावनी!कहा-गले की टाई ईसाई क्रॉस का प्रतीक, इसे तुरंत हटाओ।

Taliban ने टाई पहनने वालों को दी कड़ी चेतावनी!

Taliban हुकूमत की ओर से सूट-बूट वालों को कड़ी चेतावनी दी गई है। उन्होंने टाई पहनने वाले अफगान नागरिकों को सख्त चेतावनी दी है। तालिबान के धार्मिक मंत्रालय ने कड़े शब्दों में कहा है कि टाई ईसाई क्रॉस का प्रतीक है। ऐसे में इस्लाम को मानने वाले नागरिकों को इसे नहीं पहनना चाहिए।

Taliban के धार्मिक मंत्रालय की ओर से वैसे लोगों को चेतावनी दी गई है,जो सूट-बूट के साथ टाई बांधते हैं। उन्होंने खासकर डॉक्टरों, इंजीनियरों और टीवी एंकरों के पहनावे पर सख्त एतराज जताया।

अफगानिस्तान पर शासन चला रहे Taliban ने अब टाई पहनने वालों को सख्त चेतावनी दी है। तालिबान ने कहा है कि गले में पहना जाने वाला टाई ईसाई क्रॉस का प्रतीक है। ऐसे में इसे समाज से तुरंत हटा दिया जाना चाहिए। तालिबान ने यह भी कहा कि अगर कोई अफगान नागरिक नेकटाई को पहनते हुए दिखाई दिया तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

इस आदेश के बाद से अफगानिस्तान के प्रोग्रेसिव लोगों में एक खौफ है । नेकटाई पहनने का रिवाज सिर्फ कुलीन अफगान घरानों में ही है। बाकी की आम अवाम कुर्ता पायजामा ही पहनती है। लेकिन तालिबानी फरमान के आगे किसी की नहीं चलती,लिहाजा उच्च वर्ग के अफगान अब अपने पहनावे को लेकर खौफज़दा हैं।

अफगानिस्तान के निमंत्रण और मार्गदर्शन निदेशालय का आदेश

अफगानिस्तान की तालिबान सरकार में निमंत्रण और मार्गदर्शन निदेशालय के प्रमुख मोहम्मद हाशिम शहीद रोर ने कहा कि जब कभी मैं अस्पतालों और अन्य क्षेत्रों में जाता हूं, तो एक अफगान मुस्लिम इंजीनियर या डॉक्टर को नेकटाई का उपयोग करते देखता हूं। उन्होंने टोलो टीवी पर प्रसारित एक भाषण में कहा कि टाई का प्रतीकवाद इस्लाम में स्पष्ट है। टाई क्या है? यह क्रॉस है। उन्होंने कहा, ”शरीयत में आदेश है कि आप इसे तोड़ें और इसे खत्म करें।” हाशिम शहीद रोर का विभाग अफगानिस्तान में उचित इस्लामी लाइनों पर चलने के लिए लोगों को परामर्श जारी करता है।

टाई यीशु की शहादत का प्रतीक

हाशिम शहीद रोर ने टेलीविजन एंकर्स के पहनावे पर भी कड़ी आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि एंकर्स भी गले में टाई पहनते हैं। उन्होंने कहा कि टाई अन्य जातियों का प्रतीक है। क्रास यीशु की शहादत का प्रतीक है। यीशु को इसी तरह फांसी पर लटकाया गया था।

उन्होंने कहा कि मीडिया यह दावा करने की कोशिश करेगा कि तालिबान इस्लाम के प्रति एक विकृत दृष्टिकोण रखता है और वे इस शांतिपूर्वक धर्म का पालन नहीं कर रहे हैं। लेकिन, याद रखें, कुरान में मुहम्मद साहब ने विश्वास न करने वालों को जानवरों में सबसे नीच और हारे हुए के रूप में वर्णित किया है।

रोर ने यहूदियों और ईसाइयों को जमकर कोसा

हाशिम शहीद रोर ने अन्य धर्मों पर कटाक्ष करते हुए कहा कि ईसाइयों और यहूदियों के प्रति अल्लाह का तिरस्कार इतना तीव्र है कि वे अपनी मान्यताओं के कारण शाश्वत विनाश के लिए नियत हैं।

तालिबान लागू करना चाहता है सख्त इस्लामी कानून

अगस्त 2021 में सत्ता संभालने के बाद से तालिबान अधिकारियों ने पुरुषों पर कोई पोशाक नियम नहीं लागू किया है, लेकिन महिलाओं को सार्वजनिक रूप से बाहर निकलने पर हिजाब पहनना अनिवार्य है। अफगान तालिबान के अधिकारी लगभग सभी एक जैसे कपड़े पहनते हैं – शलवार कमीज, वास्कट और पगड़ी। तालिबान के कब्जे के बाद अफगानिस्तान में कैज़ुअल पश्चिमी कपड़े कम पहने जा रहे हैं।

17वीं सदी में हुआ था टाई का उद्भव

बता दें कि टाई का उद्भव 17वीं सदी में हुआ था और इसे फ्रांसीसियों ने फैशन का प्रमुख हिस्सा बना दिया था। पिछले अफगान प्रशासनों ने भी आबादी पर या कम से कम अधिकारियों पर पोशाक नियम लागू करने की कोशिश की है।

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