अफगानिस्तान में तालिबान के आतंकी क्रूरता की सारी हदें पार कर रहे हैं। हर दिन अपने विरोधियों को निशाना बना रहे हैं। ताजा मामला एक पत्रकार से जुड़ा है। खबर के मुताबिक हेरात शहर में एक पत्रकार कि निर्मम हत्या कर दी गई है। हत्या के बाद उसके शव को शहर के मुख्य चौराहे पर लटका दिया गया। इस दौरान उसे देखने के लिए वहां भीड़ लग गई। स्थानिय लोगों का कहना है कि तालिबानियों पश्चिमी अफगानिस्तान के इस शहर के मुख्य चौराहे पर चार शव लेकर आए थे। एक शव को यहीं लटका दिया गया, जबकि तीन शव दूसरी जगह ले जाए गए।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक तालिबानी चौराहे पर चार शव लेकर आए थे। तालिबान ने सार्वजनिक तौर पर हत्या करने और शव लटकाने से जुड़ी इस खबर को लेकर आधिकारिक तौर पर अभी तक कुछ नहीं कहा है। इस घटना के बाद से फिर से सवाल खड़े हो रहे हैं। मानवाधिकारों का वादा करने वाला तालिबान अपने पुराने रवैये को नहीं छोड़ रहा है।
एक दिन पहले ही तालिबानी नेता मुल्लाह नूरुद्दीन तुराबी ने कहा था कि तालिबानी सरकार एक बार फिर लोगों को सार्वजनिक तौर पर फांसी की सजा देना और हाथ-पैर काटना शुरू करेगी। तालिबान के एक अधिकारी ने हाल ही में कहा था कि उनकी सरकार ‘इस्लामिक नियमों’ के मुताबिक लोगों को सजा देगी। मोहम्मद यूसुफ नाम के इस अधिकारी ने कहा कि अगर कोई जानबूझकर किसी की हत्या करता है, तो उस व्यक्ति को मार दिया जाएगा लेकिन अगर हत्या जानबूझकर नहीं की गई तो अन्य प्रकार की सजा भी हो सकती है।