अफगानिस्तान में इस वक्त लोगों जिंदगी किसी नर्क से कम नहीं है। क्योंकि, जो तालिबान यहां पर कब्जा करने के बाद ये बोल रहा था विश्व समुदाय उसे मान्यता दे दें। वो अब पहले जैसा क्रूर नहीं रहा और महिलाओं-लड़कियों के शिक्षा के हित में काम करेगा। लेकिन, ये सब सिर्फ ढकोसला था, उसका छलावा था। क्योंकि, तालिबान लगातार लोगों पर अत्याचार कर रहा है। महिलाओं की जिंदगी तो पूरी तरह से नर्क बना दिया है। बुर्का हमेशा पहनना है, अकेले बाजार या घर से बाहर नहीं निकल सकती। इसके साथ ही लड़कियों सिर्फ 6 तक स्कूल जा सकती हैं। तालिबान के क्रूरता की खबरें समय-समय पर सामने आती रहती है। अब तालिबान ने एक युवक को पहले गोलीमार कर हत्या की। उसके बाद उसके शव को बाजार में लटका दिया।
अफगानिस्तान के अंदराब जिले के बगलान में तालिबानियों ने एक युवक की गोली मारकर हत्या दी और उसका शव बाजार में लटका दिया। लोकल मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, स्थानीय लोग उसका शव लेकर वापस गए और इस मामले में तालिबान की क्रूरता पर सवाल भी खड़े किए। रिपोर्ट में बताया गया कि तालिबानी 20 जुलाई को अंदराब के कासा तारश इलाके में रहने वाले युवक के घर जा पहुंचे। उन्होंने युवक पर घर से बाहर आने के लिए दबाव डाला और फिर गोली मारकर उसकी हत्या कर दी। स्थानीय निवासियों ने कहा कि तालिबानियों ने जिला भवन के सामने जमा हुए लोगों को तितर-बितर करने के लिए हवाई फायरिंग भी की।
बता दें कि, तालिबान की ओर से की जा रही मनमानी हत्याओं को लेकर UNAMA की रिपोर्ट हाल ही पब्लिश हुई है। इसमें बताया गया है कि तालिबान अपने करार को लेकर प्रतिबद्ध नहीं है। पिछले 10 महीनों में दसियों पूर्व सुरक्षा बलों और कर्मचारियों की हत्या हुई है। इसके साथ ही संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UN) ने भी तालिबान से अपनी उन नीतियों को तुरंत बदलने के लिए कहा है, जिनके तहत अफगान महिलाओं और लड़कियों के मानवाधिकारों व उनकी मौलिक स्वतंत्रता पर प्रतिबंध लगाए जा रहे हैं।