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तीसरे विश्व युद्ध की हो रही तैयारी, दो देशों की ‘दुश्मनी’ दुनिया पर पड़ेगी भारी

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तीसरे विश्व युद्ध का आसार दिखने लगे है। पोलैंड और बेलारूस के बीच का तनाव कभी भी तीसरे विश्वयुद्ध की न्योता दे सकता है। क्योंकि पोलैंड और बेलारूस के बॉर्डर पर शरणार्थियों को लेकर विवाद इतना बढ़ चुका है कि टैंक और मिसाइलें तक तैनात कर दी गई हैं। इतना ही नहीं, परमाणु हमले की धमकी दी जा रही है। ऐसे में सबके मन में कई सवाल उठ रहे है, जैसे क्या यूरोप में युद्ध होने वाला है? क्या ये तनाव विश्व युद्ध में बदलने वाला है?, इस वक्त दोनों देशों के बीच बॉर्डर पर क्या हालात हैं?

पोलैंड के नाम से लोगों को दूसरा विश्व युद्ध याद आ जाता है। आपको बता दें कि दूसरे विश्व युद्ध की शुरुआत पोलैंड से हुई थी। 1 सितंबर 1939 को जर्मनी ने पोलैंड पर हमला कर दिया। इस हमले के दो दिन बाद फ्रांस और ब्रिटेन ने जर्मनी के खिलाफ युद्ध की घोषणा कर दी और वो युद्ध विश्व युद्ध में बदल गया था। इस बार पोलैंड के सामने बेलारूस है और बेलारुस रूस का दोस्त है। दोनों देशों के बीच बॉर्डर पर घमासान मचा है। बॉर्डर पर शरणार्थियों की भीड़ है। इन शरणार्थियों को तितर-बितर करने के लिए वाटरकैनन का इस्तेमाल किया जा रहा है। इन शरणार्थियों की भीड़ में बच्चे और महिलाएं भी शामिल है।

आपको बता दें कि बॉर्डर पर शरणार्थियों की भीड़ वाला इलाका बेलारूस में पड़ता है। बीच में लंबी फेंसिंग है, जिसकी दूसरी तरफ पोलैंड है। शरणार्थियों को अपने हिस्से में आने से रोकने के लिए सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है। एक्सपर्ट्, की माने तो बॉर्डर पर शरणार्थियों की भीड़ विश्व युद्ध की वजह बन सकती है, क्योंकि इस भीड़ की वजह से पोलैंड ने बॉर्डर के पास अपने टैंक तैनात कर दिए हैं और मिसाइलें निकाल ली है। पोलैंड ने 15000 सैनिक तैनात कर दिए है। पोलैंड का आरोप है कि बेलारूस ने उसके खिलाफ साजिशन शरणार्थियों का इस्तेमाल किया है।

पोलैंड के सुरक्षाबल की ओर से दावा किया गया कि शरणार्थियों को घुसपैठ कराने के लिए बेलारूस उनकी मदद कर रहा है। ये शरणार्थी, इराक, सीरिया और अफगानिस्तान जैसे देशों के बताए जा रहे हैं। वहीं, बेलारूस के राष्ट्रपति एलेक्जेंडर लुकाशेंको ने रशियन मीडिया को दिए इंटरव्यू में परमाणु युद्ध के संकेत दिए। उन्होंने कहा कि बेलारूस, रूस से परमाणु मिसाइल सिस्टम खरीदने की कोशिश कर रहा है, जिसे वो दक्षिणी और पश्चिमी बॉर्डर पर तैनात करना चाहता है। बेलारूस के दक्षिण में यूक्रेन है और पश्चिम में पोलैंड है। ये दोनों देश बेलारूस के साथ-साथ रूस के भी दुश्मन हैं।

दो देशों के बीच का तनाव, रूस, फ्रांस और ब्रिटेन से लेकर अमेरिका तक पहुंच गया है। अब बेलारूस बनाम पोलैंड की लड़ाई रूस बनाम अमेरिका में बदलने लगी हैय़ पोलैंड 27 देशों के संगठन यूरोपीय यूनियन का सदस्य है, जबकि बेलारूस के साथ रूस की मित्रता इतनी ही गहरी है, जितनी ब्रिटेन की अमेरिका से है. यानी अगर बेलारूस और पोलैंड के बीच युद्ध हुआ तो दुनिया दो खेमों में बंट जाएगी। पोलैंड को अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी समेत पूरे यूरोपीय यूनियन का साथ मिल सकता है और बेलारूस को रूस की मदद मिल सकती है, यानी दो देशों का तनाव विश्व युद्ध में बदल सकता है।