Hindi News

indianarrative

Ukraine War चलेगा लंबा! पुतिन ने कहा तुरंत भर्ती करो इतने लाख सैनिक

रूस को यूक्रेन (Ukraine War) पर हमला बोले 6 महीने से ऊपर हो गया है। इतने दिनों में रूसी फौजों ने यूक्रेन (Ukraine War) के कई शहरों पर कब्जा कर लिया है। इसके साथ ही भारी बमबारी के चलते कई शहरों में भारी तबाही मची हुई है। ये जंग रूस सकती थी लेकिन, जेलेंस्की को हिरो बनने का शौक था। वो अपनी एक्टर वाली भूमिक जंग के मैदान में भी निभाते नजर आए। कभी जली हुई टैंकों के सामने फोटोशूट कराते नजर आए तो कभी संयुक्त राष्ट्र में पुतिन को आतंकी कहते हुए दुनिया की हमदर्दी बटोरने में लगे रहे। जबकि, उनका काम ये था कि रूस के साथ बातचीत कर इस मुद्दे को सुलझाया जाए और अपनी जनता को इस भारी तबाही से बचाया जाए। लेकिन, वो पश्चिमी देशों के बहकावे में आकर अपनी जनता को मौत के कुएं में ढकेल दिए। इस जंग के बाद पश्चिमी देशों ने रूस को तोड़ने की कोशिश खूब की, कई कड़े प्रतिबंध लगाए। उन्हें लगा कि ऐसा करके वो रूस की अर्थव्यवस्था को गिरा देंगे। लेकिन, उलटा इसका असर ये हुआ कि पश्चिमी देशों की ही अर्थव्यवस्था डगमगा गई। अब ये जंग और लंबी चलने वाली है। दरअसल, पुतिन ने निर्देश दिया है कि 1,37000 सैनिकों की भर्ती की जाए। अब इस निर्देश के बाद माना जा रहा है कि यूक्रेन (Ukraine War) पर हमले अभी कम होने वाले नहीं बल्कि और भी ज्यादा बढ़ने वाले हैं।

यह भी पढ़ें- US Dollar नहीं भारत का बज रहा डंका, रूबल और रुपये में इंटरनेशल ट्रे़ड!

राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने गुरुवार को रूसी सेना को अपने सैनिकों की संख्या 137,000 से बढ़ाकर कुल 1.15 मिलियन (11 लाख 50 हजार) सैनिकों तक करने का आदेश दिया। एक जनवरी से प्रभावी होने वाले पुतिन के फरमान से यह साफ नहीं हुआ कि सेना बड़ी संख्या में सैनिकों का मसौदा तैयार करके स्वयंसेवी सैनिकों की संख्या में वृद्धि करके या दोनों के संयोजन से सैनिकों की संख्या बढ़ाएगी या नहीं। राष्ट्रपति के आदेश से रूसी सैन्य कर्मियों की कुल संख्या बढ़कर 2,039,758 हो जाएगी, जिसमें 1,150,628 सैनिक शामिल हैं। पिछले आदेश ने 2018 की शुरुआत में सेना की संख्या 1,902,758 और 1,013,628 रखी थी।

यह भी पढ़ें- Putin ने बेटी के पीछे लगाया जासूसों की फौज, Zelensky से बचाने के लिए..

इधर, रूसी मीडिया और गैर-सरकारी संगठनों का कहना है कि रूसी अधिकारियों ने यूक्रेन में सैन्य कार्रवाई में शामिल सैनिकों की संख्या को और अधिक स्वयंसेवकों को आकर्षित करने, निजी सैन्य ठेकेदारों को शामिल करने और यहां तक कि सेना में शामिल होने के बदले कुछ कैदियों को माफी की पेशकश करने की मांग की है। बता दें कि, 18-27 आयु वर्ग के सभी रूसी पुरुषों को सेना में एक वर्ष की सेवा करनी होती है, लेकिन एक बड़ा हिस्सा स्वास्थ्य कारणों या विश्वविद्यालय के छात्रों को दी गई मोहलत के बहाने इससे बचता है। इससे बचने वाले पुरुषों का हिस्सा विशेष रूप से मास्को और अन्य प्रमुख शहरों का है। रूसी सेना वर्ष में दो बार 1 अप्रैल और 1 अक्टूबर को मसौदा तैयार करती है। पुतिन ने इस साल की शुरुआत में नवीनतम मसौदे के दौरान 134,500 सैनिक बढ़ाने का आदेश दिया है। ये नई भर्ती यूक्रेन के साथ ही पश्चिमी देशों की चिंता बढ़ाने वाली है। क्योंकि, इस जंग से दुनिया को भारी नुकसान हो चुका है लेकिन, इसके बाद भी जेलेंस्की समझौता करने के बजाय पश्चिमी देशों से हथियारों की मदद मांग रहे हैं। अगर अब भी जेलेंस्की ने समझौता के लिए हाथ नहीं बढ़ाया तो आने वाले दिनों में पूरी यूक्रेन रूस में मिल सकता है।