मुस्लिम दमन की शिकायतों पर 11 चीनी कंपनियों पर अमेरिकी प्रतिबंध

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अमेरिकी सरकार ने चीन के मुस्लिम बहुल उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र शिनजियांग में मानवाधिकार हनन में हिस्सेदार होने के आरोपों के कारण 11 चीनी कंपनियों पर व्यापार प्रतिबंध लगाया है। सोमवार की घोषणा शिनजियांग के मुद्दे पर बीजिंग पर अमेरिका के दबाव को बढ़ाती है। जहां सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी पर मुस्लिम अल्पसंख्यकों के खिलाफ सामूहिक प्रतिबंध, जबरन श्रम और अन्य दुर्व्यवहारों का आरोप लगाया जाता है। मानवाधिकारों, व्यापार और प्रौद्योगिकी सहित संघर्षों के कई मुद्दों में से शिनजियांग भी एक  है, जिन्होंने अमेरिकी-चीनी संबंधों को कई दशकों में सबसे खराब स्तर तक ले जाने का कारण बना दिया है। ट्रम्प प्रशासन ने ऐसे आरोपों को लेकर चार चीनी अधिकारियों पर प्रतिबंध भी लगाए हैं। बीजिंग ने उन चार अमेरिकी सीनेटरों पर अस्पष्ट प्रतिबंधों की घोषणा करके जवाब दिया, जो उसके मानवाधिकार रिकॉर्ड के आलोचक हैं। वाणिज्य विभाग ने कहा कि 11 चीनी कंपनियों के उसके प्रतिबंध सूची में शामिल होने से अमेरिकी माल और प्रौद्योगिकी तक उनकी पहुंच सीमित हो जाएगी। विभाग ने इस बात का कोई ब्योरा नहीं दिया कि इससे कौन से सामान प्रभावित हो सकते हैं। वाणिज्य मंत्री विल्बर रॉस ने एक बयान में कहा, "इस कार्रवाई से यह सुनिश्चित होगा कि मुस्लिम अल्पसंख्यक आबादी के खिलाफ चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के अपमानजनक व्यवहार में हमारे सामान और प्रौद्योगिकियों का उपयोग नहीं किया जाता है।" चीन ने उइगर मुस्लिम अल्पसंख्यक समूह के 10 लाख या उससे अधिक सदस्यों को नजरबंद शिविरों में बंद कर दिया है। चीन की कम्युनिस्ट सरकार नजरबंद शिविरों को मुस्लिम कट्टरपंथ और अलगाववादी प्रवृत्तियों का मुकाबला करने के उद्देश्य से व्यावसायिक प्रशिक्षण सुविधायें बताती है। कभी चीन कहता है कि उन सुविधाओं को बंद कर दिया गया है। इस क्षेत्र के दौरे और रिपोर्टिंग पर प्रतिबंधों के कारण यह एक ऐसा दावा है जिसकी पुष्टि करना असंभव है। शिविरों में रहने वाले बुजुर्गों और परिवार के सदस्यों का कहना है कि उन लोगों को हिंसा के खतरे के बीच अपने धर्म, संस्कृति और भाषा की निंदा करने और कम्युनिस्ट पार्टी के नेता और चीन के प्रमुख शी जिनपिंग के प्रति वफादारी की कसम खाने के लिये मजबूर किया जाता है। जिन दो कंपनियों का हवाला दिया गया है उनमें झिंजियांग सिल्क रोड बीजीआई और बीजिंग लियूहे बीजीआई, बीजीआई समूह की सहायक हैं। जो दुनिया की सबसे बड़ी जीन-अनुक्रमण कंपनियों में से एक है। अमेरिकी वाणिज्य विभाग ने कहा कि वे मुस्लिम अल्पसंख्यकों के दमन को और बढ़ाने के लिए उपयोग किए जाने वाले आनुवंशिक विश्लेषण कर रहे थे। मानवाधिकार समूहों का कहना है कि शिनजियांग में सुरक्षा बल लाखों लोगों के नमूनों के साथ एक आनुवांशिक डेटाबेस तैयार कर रहे हैं। जिसमें लोगों को खून और अन्य नमूने देने के लिए मजबूर किया जा रहा है। चीन में राष्ट्रव्यापी स्तर पर अधिकारियों ने लगभग दो दशकों से जनता से आनुवांशिक जानकारी एकत्र की है। सरकार का कहना है कि कानून प्रवर्तन में इसका उपयोग करने के लिए ऐसा किया जा रहा है। बीजीआई के जनसंपर्क और निवेशक से संबंध विभागों ने मामले के स्पष्टीकरण के लिये किये गये फोन कॉल का जवाब नहीं दिया गया। 2018 और 2020 में एक जांच के दौरान पाया गया कि इनमें से तीन कंपनियां जबरन श्रम के मामलों में फंसी हुई हैं। एक कंपनी नानचांग ओ-फिल्म टेक, एप्पल, सैमसंग और अन्य प्रौद्योगिकी कंपनियों को स्क्रीन और लेंस की आपूर्ति करती है। शिनजियांग के दक्षिणी शहर नानचांग में इसके कर्मचारियों को कारखाने से बाहर जाने की अनुमति नहीं है और उन्हें राजनीतिक कक्षाओं में शामिल होना जरूरी था। अमेरिकी सीमा शुल्क अधिकारियों ने एक दूसरी कंपनी हेटियन हेओलिन हेयर एक्सेसरीज से एक शिपमेंट को जबरन श्रम के संदेह के आधार पर जब्त किया है। यह कंपनी अमेरिकी विश्वविद्यालयों और खेल टीमों को बेचे गए सामान का उत्पादन करती है। वहां पर कैदियों को काम करने के लिए मजबूर किया गया था। अमेरिकी वाणिज्य विभाग ने पिछले अक्टूबर में और जून में इसी तरह की कुल 37 कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया था।  .</p>

आईएएनएस

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