रूसी राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन ने ऑपरेशन जेड को अंजाम तक पहुंचाने के आदेश दे दिए हैं। ऐसा यूक्रेन ने तो नहीं कहा है लेकिन अमेरिकन खुफिया एजेंसियों ने ऐसी सूचना पेंटागन तक जरूर भेजे हैं। वाशिंगटन या पेंटागन ने भी इन सूचनाओं की पुष्टि नहीं की है। चूंकि बेलारूस ने कहा है कि रूस के साथ उसका युद्धाभ्यास जारी रहेगा इससे युद्ध की आशंका बढ़ गई है। बेलारुस में रूस के 30 हजार से ज्यादा सैनिक मौजूद हैं। बेलारूस की सीमा के रास्ते रूस कुछ ही मिनटों के ऑपरेशन के बाद कीव पर कब्जा कर सकता है।
अमेरिकी खुफिया विभाग का कहना है कि रूसी सेना को हमले का आदेश दे दिया या है और योजना के अंतिम चरण में काम चल रहा है। इससे पहले राष्ट्रपति जो बाइडन और अमेरिका का विदेश मंत्रालय इस बात की आशंका जता चुका है कि रूस झूठ बोल रहा है और वह युद्ध से पीछे नहीं हट रहा बल्कि युद्ध की तैयारियों में लगा है।
अमेरिकी खुफिया विभाग की इस जानकारी को वॉशिंगटन पोस्ट ने प्रकाशित किया। इसमें कहा गया, ' अमेरिकी खुफिया विभाग ने राष्ट्रपति जो बाइडन को इस बात की जानकारी दी है कि रूस पूरी ताकत से हमला करने की योजना बना रहा है। इस मामले में कई लोगों को जानकारी है लेकिन संवेदनशीलता को देखते हुए वे अपनी पहचान उजागर नहीं करना चाहते।'
पश्चिमी मीडिया का मानना है कि अमेरिकी मीडिया अपने सहयोगीदेशों को गुमराह करने की कोशिश कर रहा हो। कुछ दिन पहले अमेरिका ने कहा था कि रूस ने यूक्रेन के बॉर्डर पर 15लाख सैनिक लगा दिए हैं। इसमें से आधे सैनिक किसी भी समय हमला करने की पोजिशन में हैं। रूस ने अमेरिकी के इस दावे को बकवास बताया था। ध्यान रहे रूस ने यूक्रेन से यूक्रेन से आश्वासन मांगा है कि वह कभी अमेरिकी नेतृत्व वावे नाटोमें शामिल नहीं होग। अगर वो नाटो में शामिल नहीं होगा तो रूस सहयोग भी कर सकता है।