अमेरिका ने भारतीय छात्रों को बड़ी राहत दी है। अमेरिका की एक संघीय अदालत ने शुक्रवार को बड़ा फैसला सुनाते हुए ट्रंप कार्यकाल के H-1B वीजा नियमों में किए गए बदलाव को रद्द कर दिया। इससे भारतीय पेशेवरों को राहत मिलेगी। बता दें कि एच 1बी एक गैर प्रवासी वीजा है, जो अमेरिकी कंपनियों में काम करने वाले विदेशी पेशेवरों को देश में रहने की अनुमति देता है।
बता दें कि ट्रंप के कार्यकाल में H-1B वीजा नियमों में किए गए बदलाव के तहत छात्रों के चयन प्रक्रिया को लॉटरी ड्रा से बदलकर केवल उच्च-भुगतान वाली नौकरियों के लिए कर दी गई थी। जिसके बाद इसके खिलाफ विरोध शुरू हो गया था और अदालत में इस फैसले को चुनौती दे दी गई थी।
ट्रंप प्रशासन ने स्थानीय लोगों को रोजगार बढ़ाने के लिए नियम बदलने का प्रस्ताव दिया गया था। इसके तहत वीजा के लिए लॉटरी निकालने के बजाय ज्यादा वेतन वाली नौकरियों के लिए आवेदन को तरजीह दी जाएगी। इसके खिलाफ अमेरिकी चैंबर ऑफ कॉमर्स कोर्ट चला गया। कोर्ट ने इस पर अस्थायी रोक लगा दी थी। कारोबारियों का कहना था कि नया नियम लागू हो गया तो फ्रेश ग्रेजुएट को हायर करना मुश्किल हो जाएगा क्योंकि वे आवेदन ही नहीं कर पाएंगे। नौकरी नहीं मिलेगी तो छात्र पढ़ाई करने नहीं आएंगे।
बता दें कि अमेरिकी नागरिकों की नौकरियों की रक्षा के लिए ट्रंप प्रशासन ने एच-1बी उम्मीदवारों के लिए उच्च वेतन वाली नौकरियों की योग्यता देकर नियम परिवर्तन का प्रस्ताव दिया था। अमेरिका 65,000 नए एच-1बी वीजा जारी करता है जबकि अन्य 20,000 यूएस मास्टर्स वाले आवेदकों के लिए आरक्षित हैं।