अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दोनों का आज बेहद बिजी दिन है। इसी बीच दोनों की मुलाकात व्हाइट हाउस के ओवल ऑफिस में शुकू हो चुकी है। इस बैठक से ही बाइडन ने ट्वीट किया है कि भारतीय प्रधानमंत्री मोदी से कोरोना क्लाईमेट चेंज तक सारी बातें होंगी। बाइडन ने कहा मोदी जी आपको व्हाइट हाउस में स्वागत करते हुए प्रसन्नता हो रही है। हालांकि इस मीटिंग की शुरूआत से चीन की चिंताएं बढ़ गई हैं लेकिन पाकिस्तान और इमरान को अभीतक चैन की बात यह है कि शुरूआती दौर में पाकिस्तान या अफगानिस्तान का कोई जिक्र नहीं हुआ है। लेकिन कमला हैरिस की तरह बाइडन भी बाद में पाकिस्तान की लंका जरूर लगाएंगे। हालांकि, मोदी और बाइडन की बॉडी लैंग्वेज देखकर केवल इमरान खान ही नहीं बल्कि पूरे पाकिस्तान सन्नाटा छा गया है। पूरा पाकिस्तान खौफजदा हो गया है।
मोदी ने भी कहा कि आपके 2014 और 2016 में आपसे मिला। उस समय आप उप राष्ट्रपति थे फिर भी आपका भारत-अमेरिकी रिश्तों पर आपका विजन प्रेरक था, अब आप राष्ट्रपति के रूप में उस विजन को बढ़ाने का प्रयास कर रहे हैं उससे प्रसन्नता है। ये तो औपचारिक बातें थीं। दरअसल, असली बात तो चीन-पाकिस्तान और अफगानिस्तान को लेकर होनी है। अफगानिस्तान में फौजों की वापसी पर बाइडन की दुनिया भर में थू-थू हो रही है।
बाइडन की इच्छा है कि भारत की ओर से कुछ ऐसा किया जाए जिससे अमेरिका की छवि बेहतर हो। व्हाइट हाउस में मोदी-बाइडन मुलाकात और मोदी-ट्रम्प मुलाकात में सबसे बड़ा फर्क यह है कि ट्रम्प के साथ मुलाकात के वक्त मोदी के हाथ में पर्चियां थीं और ट्रम्प एक्टम्पोर बोल रहे है, इस बार अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन के हाथ में पर्चियां थीं और मोदी एक्सटम्पोर बोल रहे थे।
व्हाइट हाउस में मोदी पहले भी गए हैं। हर बार अमेरिकी प्रेसिडेंट ने मोदी को ओवल ऑफिस के गेट पर आकर रिसीव किया है। लेकिन इस बार बाइडन मोदी को रिसीव करने खुद नहीं आए। उनके स्थान पर व्हाइट हाउस की चीफ प्रोटोकॉल ऑफिसर ने उन्हें रिसीव किया। हालांकि, प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति बाइडन के स्टाफ ने इस बारे में चर्चा कर ली थी। राष्ट्रपति बाइडन, प्रधानमंत्री मोदी को रिसीव करने से पहले कोरोना से संबंधित एक अन्य कार्यक्रम में शामिल थे।
दोनों कार्यक्रमों के बीच इतना ही समय था कि इधर से बाइडन और उधर प्रधानमंत्री मीटिंग प्लेस पर सीधे पहुंच सकते थे। इस मीटिंग के बाद दोनों नेताओं को क्वायड समिट में भी हिस्सा लेना है। इसलिए समय का सदुपयोग करते हुए गेट पर आकर रिसीव करने की औपचारिकता को दोनों नेताओँ ने परस्पर सहमति के आधार पर सामान्य बना दिया।
बाइडन ने इंडोपैसेफिक एरिया, कोरोना और क्लाइमेट चेंज पर जोर दिया तो मोदी ने 4 टी पर जोर दिया। मोदी ने कहा इंडिया और अमेरिका के सम्बंध एक दूसरे के लिए हितकारी बनेंगे और हम दोनों मिल कर दुनिया के लिए हितकारी साबित होंगे।