अफगानिस्तान में तालिबान को काबिज कराने में पाकिस्तान का बड़ा हाथ है। तालिबान को पाकिस्तान का पूरा सपोर्ट मिला हुआ था। अमेरिका इस बात से काफी खफा है। अमेरिका को लगता है कि पाकिस्तान ने दुनिया भर में हमारी छवी खराब की है। अमेरिका अब पाकिस्तान को टारगेट कर रहा है। आतंकवाद पर अमेरिका की स्वतंत्र कांग्रेसनल रिसर्च सर्विस (सीआरएस) की रिपोर्ट में पाकिस्तान को लेकर बड़े खुलासे हुए हैं। रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान में 12 खूंखार आतंकी संगठन हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक इसमें लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे पांच आंतकी संगठनों के निशाने पर भारत है। सीआरएस ने रिपोर्ट में कहा है कि अमेरिकी अधिकारियों ने पाकिस्तान की पहचान कई हथियारबंद और राज्येतर आतंकवादी संगठनों के पनाहगाह के तौर पर की है, जहां से वे अपनी आतंकी गतिविधियों को अंजाम देते हैं। इनमें से कुछ आतंकी संगठन 1980 के दशक से अस्तित्व में हैं।
पिछले सप्ताह क्वाड शिखर सम्मेलन की पूर्व संध्या पर अमेरिकी कांग्रेस की द्विदलीय शोध शाखा द्वारा जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान से संचालित हो रहे इन समूहों को मोटे तौर पर पांच श्रेणियों में बांटा जा सकता है। इनमें वैश्विक स्तर के आतंकी संगठन, अफगान केंद्रित, भारत और कश्मीर केंद्रित, घरेलू मामलों तक सीमित रहने वाले संगठन और पंथ केंद्रित (शियाओं के खिलाफ) आतंकी संगठन हैं।
ऐसे तो पाकिस्तान के अंदर सैकड़ों आतंकी संगठन एक्टिव हैं, लेकिन नामी संगठनों के नाम ये हैं।
अलकायदा इन द इंडिया सबकॉन्टिनेंट (एक्यूआईएस), इस्लामिक स्टेट खुरासन प्रोविंस (आईएसकेपी या आई-के), अफगान तालिकान, हक्कानी नेटवर्क, तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी), बलोचिस्तान लिबरेशन आर्मी (बीएलए), जुंदाल्ला (उर्फ जैश अल-अदल), सिपाह-ए-साहबा पाकिस्तान (एसएसपी) और लश्कर-ए-झांगवी।
Imran Khan की घोर बेइज्जती, बाइडेन ने नहीं किया एक भी कॉल, फोन नहीं उठाते पीएम मोदी