पाकिस्तान को दुनिया के कई देश अलग-थलग करने के मूड में हैं। भारत कब से पाकिस्तान को लेकर चेतावनी देता आ रहा है कि ये देश आतंकियों का पनाहगाह है। यहां आतंकी संगठनों को संरक्षण दिया जाता है। भारत के जोर देने पर अब अमेरिका पाकिस्तान को दरकिनार कर रहा है। जो बाइडेन को अमेरिकी राष्ट्रपति बने करीब 9 महीने हो चुके हैं। इस दौरान उन्होंने दुनिया के लगभग हर राष्ट्राध्यक्ष को फोन किया। इमरान खान इस इंतजार में हैं कि वो फोन करें, लेकिन फोन अभी तक नहीं आया है।
व्हाइट हाउस की प्रेस सेक्रेटरी जेन साकी ने साफ कर दिया कि इमरान को फोन करना अभी बाइडेन के एजेंडे में शामिल नहीं है। साकी ने पाकिस्तान के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में कहा- हम वहां की फॉरेन और डिफेंस मिनिस्ट्री के संपर्क में हैं। उनसे हाईलेवल डिस्कशन होता रहता है। जहां तक राष्ट्रपति बाइडेन और इमरान खान के बीच बातचीत का सवाल है तो मैं इस बारे में फिलहाल कुछ नहीं कह सकती। इस बारे में भविष्यवाणी भी नहीं की जा सकती। हां, अगर कभी बातचीत होती है तो मीडिया को जरूर जानकारी दी जाएगी।
इमरान को बाइडेन की तरफ से कॉल न आने के बारे में फिर पूछे गए एक सवाल पर साकी ने कहा- यह सच्चाई है कि बाइडेन ने हर विदेशी नेता से तो बातचीत नहीं की है। इस तरह के मामलों के लिए एक एक्सपर्ट कमेटी है, वो भी तय करती है कि राष्ट्रपति को किससे बातचीत करनी है। किसी एक ही मुद्दे पर बातचीत हो, यह जरूरी नहीं है।