उत्तर प्रदेश के कानपुर में जीका वायरस का संक्रमण बेकाबू हो गया है। स्वास्थ्य विभाग बिगड़े हालातों पर काबू करने की भरपूर कोशिश कर रही हैं। जिले में जीका के 30 और नए मामले सामने आए हैं, जिससे संक्रमितों की संख्या बढ़कर 66 हो गई है। लखनऊ के केजेएमयू की वायरोलॉजी लैब और पुणे में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी में किए गए परीक्षणों से 30 नए मामले सामने आए। संक्रमितों में तीन महिलाएं और 27 पुरुष हैं।
आपको बता दें कि 23 अक्टूबर को शहर में वायरस का पहला मामला सामने आने के बाद से यह संक्रमण में एक दिन की सबसे बड़ी छलांग है। जीका एक मच्छर जनित वायरस है जो एडीज एजिप्टी नामक मच्छर की एक संक्रमित एडीज प्रजाति के काटने से फैलता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, एडीज मच्छर आमतौर पर दिन के दौरान काटते हैं। नए मरीज मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है और जीका वायरस से प्रभावित क्षेत्रों में जांच, बचाव एवं सैंपलिंग तेज कर दी गई है।
घर-घर जाकर जीका के लक्षण वालों के सर्विलांस के लिए 54 टीमें लगाई गई है। सर्विलांस टीमों ने 8979 घरों में जाकर लोगों का डेटा जुटाया। जीका के लक्षण के 23 व बुखार पीडि़त 80 मिले हैं, जिनका सैंपल लिया गया। इस दौरान 16 गर्भवती मिलीं, उनमें से 12 का सैंपल लिया गया। इस दौरान कुल 115 सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा गया है। रैपिड रिस्पांस टीमें संक्रमितों के घर, उनके स्वजन व रिश्तेदारों की जांच कर रही हैं। इस दौरान 204 सैंपल एकत्र किए गए।