तालिबान ने अफगानिस्तान में कब्जा तो कर लिया लेकिन इस वक्त आलम यह है कि तालिबानियों के पास सरकार चलाने के लिए फुटी-कौड़ी तक नहीं बची है। अफगानिस्तान में मानवीय संकट गहराता जा रहा है, गरीबी इतने हद तक बढ़ गई है कि लोग अपने बच्चों तक को बेचने के लिए मजबूर हो गए हैं। इसके साथ ही तालिबान के सत्ता में काबिज होने के बाद से ही हमले बढ़ गए हैं। खास कर देश की राजधानी काबुल में एक के बाद एक बम धमाके हो रहे हैं। अब एक बार फिर से काबुल बम धमाकों से दहल उठी है।
अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में एक जबरदस्त धमाका हुआ है। ये धमाका शहर के ताइमानी स्ट्रीट पर हुआ है, इससे पहले, गुरुवार को भी काबुल में धमाका हुआ था। इस धमाके में कोई हताहत नहीं हुआ था। काबुल पुलिस के प्रवक्ता मुबीन खान ने विस्फोट की पुष्टि करते हुए कहा, आज सुबह चरही सलीम कारवां इलाके में एक विस्फोट हुआ, लेकिन किसी की जान नहीं गई। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, अधिकारी ने कहा कि विस्फोट सड़क किनारे एक बम के कारण हुआ। इस धमाके को लेकर अधिक जानकारी नहीं दी गई।
बता दें कि, इससे पहले 12 नवंबर को अफगानिस्तान के जलालाबाद शहर के निकट नमाज के दौरान एक मस्जिद में बम विस्फोट हुआ था जिसमें कम से कम 15 लोघ घायल हुए थे। ननगरहार प्रांत में आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट के आतंकवादी सक्रिया हैं औऱ वहां तालिबान लड़ाकों को निशाना बनाते हुए आए दिन हमले करता रहता है। आतंकवादी संगठन देश के अल्पसंख्यक शिया समुदाय के लोगों की मस्जिदों को निशाना बनाता है। अब तक ऐसे हमलों में सैकड़ों की संख्या में लोग मारे जा चुके हैं।