भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच के पद से हटने के बाद रवि शास्त्री इस वक्त अपने परिवार के साथ समय बिता रहे हैं। भारतीय टीम इस वक्त अपने साउथ अफ्रीका दौरे पर है और इस दौरे की कमेंट्री को लेकर कहा जा रहा है कि रवि शास्त्री कर सकते हैं या फिर एक्सपर्ट की भूमिका में जुड़ सकते हैं। लेकिन इस बीच वो अपने कई बयानों की वजह से चर्चा में हैं। एक तो कुलदीप यादव और आर. अस्वीन को लेकर और अब उन्होंने विराट कोहली को लेकर बयान दिया है।
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रवि शास्त्री टीम इंडिया से भले ही दूर हो गए हैं लेकिन विराट कोहली की जमकर प्रशंसा करते थक नहीं रहे हैं। विराट कोहली इस वक्त टीम इंडिया के साथ साउथ अफ्रीका दौरे हैं। ऐसे में शास्त्री ने कोहली को टेस्ट का बेस्ट कप्तान बताया और विराट में अपनी छवि देखने की बात कही है। यकीनन इससे कोहली का मनोबल बढ़ेगा। साउथ अफ्रीका में टीम इंडिया विराट कोहली के कप्तानी में 3 टेस्ट मैच सीरीज खेलेगी। सीरीज का पहला मुकाबला 26 दिसंबर को सेंचुरियन में खेला जाएगा। टेस्ट मैच के बाद 3 मैचों की वनडे सीरीज भी खेलना है। अने एक बयान में रवि शास्त्री ने विराट संग अपने अनुभव को साझा किया है।
रवि शास्त्री ने कहा कहा है कि, विराट के साथ मेरा रिलेशनशिप शानदार था। एक विचार वाले दो लोग अपना-अपना काम कर रहे थे। मैं विराट के अंदर खुद को देखता हूं। आगे बढ़ने का जुनून, भूख और आत्मविश्वास। इसमें कोई शक नहीं कि विराट टेस्ट के बेस्ट कैप्टन हैं। दुनिया का कोई भी कप्तान इस तरह के जुनून से आगे नहीं बढ़ता। इसके आगे उन्होंने कहा कि, कोहली की वनडे कप्तानी के मसले को बेहतर तरीके से हैंडल किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि, कोहली ने अपने हिस्सी की बात साफ-साफ बता दी है और अब BBCI अध्यक्ष सौरभ गांगुली की बारी है।
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साउथ अफ्रीका दौरे पर रवानगी से पहले कोहली का दिया बयान गांगुली की बात से काफी अलग था। सौरभ गांगुली का कहना है कि जब विराट ने टी20 टीम की कप्तानी छोड़ी तो उन्होंने उनके कप्तानी नहीं छोड़ने के लिए कहा। लेकिन विराट कोहली ने इस दौरे से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि उनसे इस बारे में किसी ने कुछ नहीं कहा। जिसके बाद से ही ये विवाद हो रहा है। इसपर शास्त्री ने कहा है कि, कोहली ने अपना पक्ष रख दिया है, अब बोर्ड अध्यक्ष सौरभ गांगुली को अपना पक्ष सामने रखना होगा। अगर संवाद अच्छा रहता तो इस मामले में चीजों को ज्यादा बेहतर तरह से सुलझाया जा सकता था।