टीम इंडिया के एग्रेसिव कप्तान विराट कोहली ने टेस्ट कप्तानी भी छोड़ दी है। टेस्ट कप्तानी छोड़ने का ऐलान कोहली ने ट्विटर पर किया है। कोहली ने ट्विटर एक लंबी पोस्ट लिखी है। साउथ अफ्रीका में टेस्ट सीरीज हारने के बाद कोहली के इस्तीफे की घटना को इंडियन क्रिकेट में विस्मय से देखा जा रहा है। इससे पहले वनडे टीम की कप्तानी भी बड़े विवादास्पद तरीके से छोड़ी थी। कोहली ने कहा था कि वन डे की कप्तानी छीने जाने से पहले बोर्ड ने उनसे बात भी नहीं की।
कोहली ने टि्वटर पर लिखा, 'मैंने सात साल की मेहनत, और संघर्ष से टीम को सही दिशा में ले जाने की कोशिश कीं। मैंने अपना काम पूरी ईमानदारी के साथ किया है। और मैंने अपनी ओर से कोई कसर नहीं छोड़ी। हर चीज को कभी न कभी रुकना होता है। और मेरे लिए भारत की टेस्ट कप्तानी को छोड़ने का यही वक्त है।'
उन्होंने लिखा, 'इस सफर में कई उतार-चढ़ाव आए हैं, लेकिन मेरी कोशिशों और भरोसे में कभी कमी नहीं आई।' विराट के ट्वीट पर बीसीसीआई ने भारतीय क्रिकेट में उनके योगदान का शुक्रिया अदा किया है। बोर्ड ने ट्वीट किया है, बीसीसीआईटीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली को उनकी प्रेरणादायी नेतृत्व क्षमता के लिए बधाई देती है जिसने टीम को ऊंचाइयों तक पहुंचाया। उन्होंने भारत की 68 टेस्ट मैचों में कप्तानी की जिसमे से 40 टीम इंडिया ने जीते।'
— Virat Kohli (@imVkohli) January 15, 2022
कोहली ने अपने मेसेज में आगे लिखा, 'मैंने हमेशा हर चीज में अपना 120 परसेंट देने में विश्वास किया है और अगर मैं ऐसा नहीं कर सकता हूं तो मैं जानता हूं कि यह सही काम नहीं है। मुझे अपने दिल मे पूरी तरह से स्पष्टता होनी जरूरी है और मैं टीम के साथ बेईमानी नहीं कर सकता।'
कोहली ने लिखा, 'मैं बीसीसीआई का शुक्रिया अदा करना चाहता हूं कि उसने मुझे इतने लंबे समय तक टीम की कप्तानी करने का मौका दिया। इससे ज्यादा मैं टीम के उन साथी खिलाड़ियों का शुक्रिया अदा करना चाहता हूं जिन्होंने मेरे उस विजन, जो पहले दिन से मैं इस टीम के साथ लेकर चला था, में ढले और किसी भी परिस्थिति में हार नहीं मानी।'
कोहली ने साल 2014 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट कप्तानी की शुरुआत की थी। उसके बाद से ही वह भारतीय टीम के कप्तान थे। साउथ अफ्रीका के खिलाफ केपटाउन टेस्ट उनकी कप्तानी का आखिरी मैच था जिसमें भारत को सात विकेट से हार का सामना करना पड़ा।
कोहली की कप्तानी के सफर को कामयाब ही कहा जाएगा। उनकी कप्तानी में टीम दुनिया की नंबर वन टेस्ट टीम बनी। भारतीय टीम ने कोहली की कप्तानी में विदेशी दौरों पर लगातार अच्छा प्रदर्शन किया। भारतीय टीम 2021 में पहली टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल तक पहुंची। आंकड़ों के लिहाज से वह भारत के सबसे सफल टेस्ट कप्तान हैं। कोहली की कप्तानी में भारत ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज जीतने वाला पहला एशियाई देश बना।
कोहली ने अपने साथी खिलाड़ियों की तारीफ करते हुए लिखा, 'आप लोगों ने मेरे सफर को बहुत यादगार और खूबसूरत बनाया है। रवि भाई और सपोर्ट स्टाफ का शुक्रिया जो इस गाड़ी, जो टेस्ट क्रिकेट में लगातार ऊपर जाती रहे, का इंजन रहे, जिंदगी का यह नजरिया बनाने में आप सभी का बड़ा योगदान है। और सबसे आखिर में महेंद्र सिंह धोनी का शुक्रिया जिन्होंने मुझ पर एक कप्तान के रूप में भरोसा किया और मुझमें एक ऐसा खिलाड़ी देखा जो भारतीय क्रिकेट को आगे ले जा सकता है।'