रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग का आज 11वां दिन है। रूस ने दो शहरों में सीजफायर का ऐलान किया था जो नाकाम रहा। इसको लेकर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने चेतावनी दी कि यूक्रेनी राज्य का दर्जा खतरे में है। इससे पहले उन्होंने रूस पर पश्चिम के प्रतिबंधों की तुलना 'युद्ध की घोषणा' से की। पुतिन ने कहा था कि रूस के खिलाफ जो प्रतिबंध लगाए जा रहे हैं वे युद्ध के समान हैं। लेकिन ईश्वर का धन्यवाद है कि यह अभी ये प्रभावी नहीं हुए हैं। उन्होंने कहा कि किसी अन्य ताकत ने यदि नो-फ्लाई जोन लागू करने का कोई भी प्रयास किया तो उसे रूस के खिलाफ युद्ध माना जाएगा।
हालांकि नाटो ने यूक्रेन द्वारा नो फ्लाई जोन की मांग को खारिज कर दिया। उसका मानना है कि ऐसी किसी भी कोशिश से यूक्रेन के बाहर भी लड़ाई छिड़ सकती है। पुतिन ने कहा कि उनकी सेना में पेशेवर सैनिकों के अलावा और किसी संगठन के लड़ाके शामिल नहीं हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि हम अपनी सेना में कहीं और से लड़ने वाले नहीं ला रहे हैं। हमारी सेना पेशेवर सैनिकों के दम पर ही अपने सभी लक्ष्य हासिल करेगी। सारा सैन्य अभियान योजनाबद्ध तरीके से चल रहा है। मुझे विश्वास है कि मेरी सेना सभी काम पूरे करेगी।
पुतिन ने इन चिंताओं को खारिज कर दिया कि रूस में किसी प्रकार का मार्शल ला या आपात स्थिति की घोषणा की जा सकती है। उन्होंने कहा कि ऐसे उपाय तभी लागू किए जाते हैं जब कोई महत्वपूर्ण आंतरिक या बाहरी खतरा हो। उन्होंने कहा कि देश में किसी भी प्रकार की विशेष व्यवस्था शुरू करने की भी हमारी योजना नहीं है। वर्तमान में इसकी कोई आवश्यकता नहीं है। सरकार ने रूस में युद्ध के खिलाफ हो रहे विरोध प्रदर्शनों पर शिकंजा कसा है। न में इसकी कोई आवश्यकता नहीं है। सरकार ने रूस में युद्ध के खिलाफ हो रहे विरोध प्रदर्शनों पर शिकंजा कसा है।