पश्चिम बंगाल में 2021 विधानसभा चुनाव के दौरान ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस (TMC) के प्रदर्शनकारियों ने जमकर हिंसा किया। आलम यह था कि लोगों को जिंदा जला दिया गया, जिन्होंने बीजेपी का हाथ थामा उन्हें मौत के घाट उतार दिया गया। औरतों का रेप किया गया, उनके घरों को जला दिया गया। ममता बनर्जी ने इस चुनाव को हिंसा के दम पर जीता। जीत के बाद बीजेपी नेताओं को निशाना बनाया गया और उनके घरों को जला दिया गया। इसके साथ ही कई लोगों को मार दिया गया। जिसके बाद लाखों लोगों ने पश्चिम बंगाल से पलायन कर लिया। अब एक बार फिर से बंगाल जलने लगा है। और इस बार एक टीएमसी नेता की हत्या पर ममता के समर्थकों ने 10 लोगों को जिंदा जला दिया है और 40 घरों को फूंक दिया है।
तृणमूल कांग्रेस (TMC) के प्रमुख की हत्या के बाद बीती रात कुछ लोगों ने बीरभूम के रामपुरहाट थाना क्षेत्र के बोगतुई गांव मेंकरीब एक दर्जन घरों में आग लगा दी। आग में झुलसने 10 लोगों की मौत हो गई। वहीं अन्य 38 लोग घायल बताए जा रहे हैं। मरने वालों की संख्या और बढ़ सकती है। इस अग्नि कांड में चालीस घरों को आग के हवाले किया गया, जोकि अब पूरी तरह से खाक हो गए हैं। मीडिया में आई खबरों की माने तो, इस घटना के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निर्देश पर रामपुरहाट हत्याकांड की पूरी जानकारी लेने के लिए मंत्री फिरहाद हकीम के नेतृत्व में तीन सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल मौके पर जा रहा है। मामले की गंभीरता को देखते हुए सीएम कार्यालय के निर्देश पर सीआईडी टीम मौके पर पहुंची हुई है। इस मामले की जांच को तीन सदस्यीय एसआईटी टीम गठित की गई है।
रामपुरहाट में तृणमूल नेता की हत्या के बाद कथित रूप से भीड़ द्वारा घरों में आग लगाने से कई लोगों की मृत्यु पर दमकल अधिकारी, बीरभूम का कहना है कि घटना कल रात की है,10-12 घर थे जो जल चुके हैं, कुल 10 लोगों की मृत्यु हुई है जिनकी बॉडी रिकवर की गई है। एक ही घर से 7 लोगों के शव निकाले गए हैं।