पाकिस्तान में इस वक्त राजनीति नौटंकी चरम पर है। देश के संविधान को तार-तार कर संसद को भंग करने वाले इमरन खान जनता के सामने मासूम बने फिर रहे हैं। वो कभी विपक्ष पर निशाना साध रहे हैं तो कभी विदेश की साजिश बता रहे हैं। उनका कहना है कि अमेरिका उनकी सरकार गिराना चाहता है और धमकी भरा पत्र अमेरिका से ही आया था। दरअसल , जब इमरान खान मास्को दौरे पर पुतिन से मिलने गए थे उसी दिन रूस ने यूक्रेन पर हमला बोला। इसके बाद अमेरिका का बयान आया कि जो भी देश रूस का साथ देगा वो उसे बर्बाद कर देगा। जिसके बाद से अमेरिका अंदर ही अंदर पाकिस्तान में इमरान खान का गेम ओवर कर दिया है। अब पाकिस्तान के रातनीजित संकट पर रूस ने कमेंट करते हुए कहा है कि, इमरान खान को मास्को दौरा करने की अमेरिका सजा दे रहा है।
इमरान खान ने रविवार को आरोप लगाया था कि वरिष्ठ अमेरिकी राजनयिक डोनाल्ड लू अविश्वास प्रस्ताव के जरिए उनकी सरकार को गिराने की 'विदेशी साजिश' में शामिल थे। अब इसको लेकर रूस ने बयान दिया है। रूस ने कहा है कि पाकिस्तान के आंतरिक मामलों में अमेरिका ने बेशर्मी से हस्तक्षेप करने का प्रयास किया है। रूसी विदेश मंत्रालय ने कहा कि अमेरिका ने अवज्ञाकारी इमरान खान को दंडित करने की मांग की है। रूसी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया जखारोवा ने अपने एक बयान में कहा है कि, रूस को पता चला है कि राष्ट्रपति डॉ आरिफ अल्वी ने प्रधानमंत्री की सलाह पर 3 अप्रैल को नेशनल असेंबली को भंग कर दिया। उन्होंने कहा, इस साल 23-24 फरवरी को इमरान खान की मास्को की कामकाजी यात्रा की घोषणा के तुरंत बाद, अमेरिकियों और उनके पश्चिमी सहयोगियों ने प्रधानमंत्री पर कठोर दबाव डालना शुरू कर दिया था, यात्रा को रद्द करने के लिए एक अल्टीमेटम दिया भी दिया था।
रूसी विदेश मंत्रालय ने कहा, इन सबके बावजूद वे हमारे यहां आए, तब (लू) ने वाशिंगटन में पाकिस्तानी राजदूत को बुलाया और मांग की कि यात्रा तुरंत बाधित हो। उनकी (लू) मांग को भी खारिज कर दिया गया। इसके आगे जखारोवा ने कहा, पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक इसी साल 7 मार्च को पाकिस्तानी राजदूत असद मजीद के साथ बातचीत में, एक उच्च पदस्थ अमेरिकी अधिकारी (संभवतः वही डोनाल्ड लू) ने यूक्रेन की घटनाओं पर पाकिस्तानी नेतृत्व की संतुलित प्रतिक्रिया की तीखी निंदा की और स्पष्ट किया कि अमेरिका के साथ साझेदारी तभी संभव है जब इमरान खान को सत्ता से हटा दिया जाए। रूस ने कहा कि अब इसमें कोई संदेह नहीं है कि अमेरिकी इसीलिए इमरान को सजा दे रहा है।