केंद्रीय कर्मचारियों को हाल ही में मोदी सरकार की ओर से बड़ा तोहफा मिला। कर्मचारियों का महंगाई भत्ता 3 फीसदी बढ़ा दिया गया है। इस बीच सरकारी कर्मचारियों के फिटमेंट फैक्टर को लेकर भी बड़ा अपडेट आया है। उम्मीद की जा रही थी कि सरकार इस साल फिटमेंट फैक्टर में थोड़ा इजाफा कर सकती है। इससे कर्मचारियों की बेसिक सैलरी में इजाफा होगा। लेकिन, फिटमेंट फैक्टर बढ़ाने की डिमांड पर अभी कोई फैसला नहीं होगा। सूत्रों के अनुसार, साल 2022 में फिटमेंट फैक्टर में इजाफा नहीं होगा। सरकार फिलहाल फिटमेंट फैक्टर बढ़ाने के पक्ष में नहीं है।
कोरोना महामारी और महंगाई के चलते फिलहाल इस अतिरिक्त वित्तीय बोझ को नहीं बढ़ाया जा सकता। सूत्रों की मानें तो फिटमेंट फैक्टर पर अगले वेतन आयोग तक कोई फैसला होना फिलहाल संभव नहीं है। अगला वेतन आयोग कब आएगा ये कहना भी मुश्किल है। सरकार कोशिश कर रही है कि कोई ऐसा फॉर्मूला बनाया जाए जिससे समय-समय पर सैलरी में इजाफा होता रहे। दरअसल, केंद्र और राज्य सरकार के कर्मचारियों की लंबे समय से मांग थी कि उनके फिटमेंट फैक्टर को 2.57 फीसदी से बढ़ाकर 3.68 फीसदी कर दिया जाए। वहीं, कर्मचारियों को ये उम्मीद थी कि मार्च महीने की सैलरी में बढ़े हुये फिटमेंट फैक्टर का ऐलान हो सकता है।
लेकिन अब इस मोर्चे पर कर्मचारियों को निराशा हाथ लगी है। कमिशन के सिफारिशों के मुताबिक, फिलहाल फिटमेंट फैक्टर 2.57 है। केंद्रीय कर्मचारियों की बेसिक सैलरी को 7वें वेतन आयोग के फिटमेंट फैक्टर 2.57 से गुणा करके निकाला जाता है। 7वां वेतन आयोग लागू होने के बाद से छठे वेतन आयोग के पे बैंड में ग्रेड-पे जोड़कर मूल वेतन बनाया गया। इसमें करंट एंट्री लेवल की सैलरी को फिटमेंट फैक्टर 2.57 से गुणा करके निकाला गया, उससे कर्मचारियों की पे-बैंड के हिसाब से सैलरी तैयार हुई।