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Delhi-NCR School के स्कूलों में फैल रहा Coronavirus, क्या फिर लगेगा Lock down- देखें रिपोर्ट

स्कूली बच्चों को अपने कब्जे में ले रहा Coronavirus

कोरोना महामारी ने पूरी दुनिया में जमकर तबाही मचाई। हर एक सेक्टर में इसका प्रभाव देखने को मिला। दुनिया के अर्थव्यवस्था को पूरी तरह चरमरा ही चुकी थी। लेकिन, मामलों में कमी आने के बाद धीरे-धीरे चीजें ट्रैक पर आनी शुरू हो गई हैं। भारत में भी कोरोना ने जमकर कोहराम मचाया, फिलहाल यहां मामलों पर काबू है। लेकिन, अब एक बार फिर से दिल्ली और NCR में इसका संक्रमण तेजी से बढ़ते जा रहा है। इस बार इसका ज्यादा असर स्कूलों में दिखाई दे रहा है। जिसके बाद स्कूली पढ़ाई पर आने वाले दिनों में इसका ज्यादा असर देखने को मिल सकता है। ऐसे में माना जाने लगा है कि जल्द ही दिल्ली-NCR के स्कूल एक बार फिर बंद किए जा सकते हैं। क्योंकि, प्रॉजिटिविट रेट 4 प्रतिशत से अधिक चला गया है।

बीते सप्‍ताह की ही बात करें तो, 13 से ज्‍यादा बच्‍चों के संक्रमण की चपेट में आने के बाद नोएडा के 3 और गाजियाबाद का एक स्‍कूल बंद कर दिया गया था। दिल्‍ली के भी 1 स्‍कूल में टीचर और स्‍टूडेंट के संक्रमित पाए जाने के बाद बच्‍चों को वापस भेज दिया गया था। NCR के बंद हुए स्‍कूल आज फिर कोरोना गाइडलाइंस का पालन करते हुए खोले गए हैं मगर संक्रमण का रफ्तार अभी थमती नहीं दिख रही है। गौतमबुद्ध नगर में, बीते 24 घंटों में 19 स्‍कूली छात्र समेत कुल 65 लोगों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई गई है। हालांकि, 13 लोग इससे रिकवर भी हुए हैं। वहीं दिल्ली की बात करें तो यहां बीते दिन 517 नए मामले सामने आए हैं।

स्‍वास्‍थ्‍य विभाग के अनुसार, दिल्‍ली में कोरोना पॉजिटिविटी रेट 4.21 प्रतिशत हो गई है। ऐसे में स्‍टूडेंट्स और पैरेंट्स को एक बार फिर स्‍कूल बंद होने की चिंता सताने लगी है। एजेंसी के अनुसार, प्राइवेट स्‍कूलों के हेड भी बच्‍चों में बढ़ते संक्रमण के मामलों के चलते चिंतित हैं। वहीं, दिल्ली सरकार ने स्कूलों को निर्देश दिए हैं कि कोई भी संक्रमण का मामला आने पर उस संबंधित विंग को बंद कर छात्र को आइसोलेट करना चाहिए और पूरे स्कूल को बंद करने की जरूरत नहीं है। कोरोना की नई गाइडलाइंस दिल्ली के शिक्षामंत्री मनीष सिसोदिया ने जारी की है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि फिलहाल चिंता की कोई बात नहीं है। भले ही संक्रमण की रफ्तार कुछ बढ़ी है लेकिन, हॉस्पिटल में भर्ती के मामले अभी नहीं बढ़े हैं। फिलहाल स्थिति काबू में है ऐसे में चिंता करने की कोई बात नहीं है।