गुरुवार को जम्मू-कश्मीर में सुबह करीब 5 बजेकर 35 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप का केंद्र ताजिकिस्तान में 170 किमी गहराई में बताया जा रहा है। हालांकि, इन झटकों से किसी जनहानी या अन्य नुकसान की कोई खबर नहीं है। झटके मबसूस होते ही कई लोग घरों से बाहर निकल आए, जबकि ज्यादातर लोग उस समय सो रहे थे, इसलिए पता नहीं चला।
बताया जा रहा है कि, रिक्टर पैमाने पर भूकंप के झटकों की तीव्रता 5.3 थी। जम्मू कश्मीर के कुछ हिस्सों में लोगों ने भूकंप के झटके महसूस किए। बता दें कि, इससे पहले 18 अप्रैल को भी जम्मू कश्मीर में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। उस वक्त रिक्टर पैमाने पर भूकंप के झटकों की तीव्रता 3.4 थी। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी ने बताया था कि भूकंप के झटके सोमवार 12 बजकर 9 मिनट पर जम्मू कश्मीर के किश्तवाड़ में महसूस किये गए। भूकंप के झटके महसूस होते ही लोग अपने-अपने घरों से बाहर आ गए।
देखें कब खतरनाक होता है भूकंप
रिक्टर स्केल 2.0 तीव्रता वाले भूकंप को माइक्रो कैटेगरी में रखा जाता है। इसके झटके मसहसूस तक नहीं होते। माइक्रो कैटेगरी के 8,000 भूकंप दुनियाभर में रोज आते हैं। इसके बाद 2.0 से 2.9 तीव्रता को माइनर कैटेगरी में रखा जाता है। फिर 3.0 से 3.9 तीव्रता को वेरी लाइट कैटेगरी में रखा जाता है। 4.0 से 4.9 तीव्रता को लाइट कैटेगरी में रखा जाता है। इससे अधिक तीव्रता के भूकंप से जानमाल की हानि होने की आशंका बढ़ जाती है।