यूक्रेन को लगा था कि रूस उसका कुछ नहीं कर पाएगा। क्योंकि, उसके पास तो अमेरिका, नाटो संग पूरे पश्चिमी देशों का सपोर्ट है। लेकिन, जैसे ही जंग शुरू हुई ये सारे पीछे हट गए। लेकिन, पर्दे के पीछे से ये भारी मात्रा में यूक्रेन की मदद कर रहे हैं। ये जंह 5 दिनों की भी नहीं थी लेकिन, पश्चिमी देश यूक्रेन को रूस के खिलाफ लड़ने के लिए भारी मात्रा में हथियार और पैसे दे रहे हैं। अमेरिका-नाटो सिर्फ युद्ध के मैदान में नहीं है लेकिन, यूक्रेन को सपोर्ट पूरी तरह से दे रहे हैं और उनकी यही चाल कहीं विश्व युद्ध 3 न शुरू करवा दे। क्योंकि, रूस माहासक्तिशाली देश है और पुतिन बार-बार कह चुके हैं कि, जो भी देश यूक्रेन की मदद करेगा उसे अंजाम भुगतना होगा। ऐसे में ये पश्चिमी देश रूस को कमजोर करने के लिए लगातार भड़काने का भी काम कर रहे हैं। ताकि उसपर वो कड़े से कड़ा प्रतिबंध लगाकार काफी पीछे ढकेल सके। लेकिन, इसके बाद भी रूप पूरी तरह से यूक्रेन पर आक्रामक है और पश्चिमी देशों को ही समझ नहीं आ रहा कि वो क्या करें। इस बीच अमेरिकी की फर्स्ट लेडी जिल बाइडन और कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो अचानक यूक्रेन गए हैं। ऐसे में कहीं ये न हो कि ये जंग रूकने के बजाय और तेज हो जाए।
अमेरिका की फर्स्ट लेडी जिल बाइडन बिना किसी पूर्व सूचना के रविवार को यूक्रेन पहुंच गईं। न्यूज एजेंसी एसोसिएट प्रेस के मुताबिक जिल बाइडन ने स्लोवाकिया बार्डर के पास एक स्थित एक गांव के स्कूल में यूक्रेन की फर्स्ट लेडी ओलेना जेलेंस्की से मुलाकात की। रिपोर्ट के अनुसार, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडु भी अचानक ही बिना सूचना के यूक्रेन के दौरे पर आए थे। अमेरिका की फर्स्ट लेडी जिल बाइडन की प्रेस सेक्रेट्री मिशैल लारोज ने जिल बाइडन और यूक्रेन की फर्स्ट लेडी ओलेना जेलेंस्की के मुलाकात से जुड़ी 23 सैकेंड की वीडियो जारी की है। मिशैल लारोज ने वीडियो के नीचे कैप्शन में लिखा है जब फर्स्ट लेडी जिल बाइडन और ओलेना जेलेंस्की की आज दोपहर यूक्रेन के उज्होरोड़ में मुलाकात हुई।
The moment First Ladies Jill Biden 🇺🇸 and Olena Zelenska 🇺🇦met today in Uzhhorod, Ukraine pic.twitter.com/9UsdBBA6Eh
— Michael LaRosa (@MichaelLaRosa46) May 8, 2022
बता दें कि, अमेरिका राष्ट्रपति जो बाइडन भी यूक्रेन आना चाहते थे लेकिन, सुरक्षा एजेंसियों ने उन्हें यूक्रेन ना आने की सलाह दी। खबरों में कहा गया कि, अमेरिकी एजेंसियों ने जो बाइडन से कहा कि अगर वो यूक्रेन जाते हैं तो इससे हालात और बिगड़ सकते हैं। हालांकि, जो बाइडन यूक्रेन न जाकर यूक्रेन से सटे पोलैंड गए थे जो नाटो देशों का सदस्य है। अमेरिका इस तरह की हरकतें कर रूस को भड़का रहा है। ऐसे में जो देश इस जंग को किसी तरह रोकने की कोशिश कर रहे हैं उनकी उम्मीदों पर यही अमेरिका पानी फेर सकता है।