पाकिस्तान एक ओर कश्मीर के लोगों के हित के बारे में बात करता है तो दूसरी ओर इन्ही कश्मिरियों के खून से होली खेल रहा है। कश्मीरी जनता को पिछले काफी सालों तक पाकिस्तान के आतंकी आका गुमराह कर रहे। लेकिन, अब घाटी में बदलाव की बयार बह चुकी है। इधर केंद्र सरकार ने भी सेना को खुली छुट दे रखी है कि घाटी से हर हाल में आतंक का सफाया होना चाहिए। ऐसे में सेना पिछले काफी समय से सफाई अभियान के तहत आतंकियों को बिल में से निकाल कर जहन्नुम पहुंचा रही है। अब एक बार फिर से सेना कश्मीर में आतंकियों को खोज-खोज कर माना शुरु कर दिया है। इस वक्त कश्मीर में सेना ने लश्कर के दो आतंकी समेत कुल 6आतंकियों को गिरफ्तार किया है। यह सेना की बड़ी कामयाबी है। इससे अब पाकिस्तान को लेकर कई गहरे राज खल सकते हैं।
सुरक्षा बलों ने कश्मीर में तीन कैंपेन्स में दो सक्रिय आतंकवादियों और तीन 'हाइब्रिड आतंकवादियों' सहित छह संदिग्ध दहशतगर्दों को गिरफ्तार किया है। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि दो सक्रिय आतंकवादी लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) से जुड़े हैं और उन्हें बारामूला जिले से गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार किए गए इरशाद अहमद मीर और जाहिद बशीर घोषित आतंकवादी हैं और पट्टन क्षेत्र के नेहलपोरा के निवासी हैं। इनके पास से आपत्तिजनक सामग्री, दो चीनी पिस्तौल, 18जिंदा गोली और दो मैगजीन बरामद की गई हैं।
इसके साथ ही अधिकारियों ने कहा कि लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े दो अन्य 'हाइब्रिड आतंकवादियों' को बारामूला जिले के सोपोर इलाके के गुरसीर में पुलिस, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल और सेना द्वारा संयुक्त रूप से स्थापित एक चौकी पर गिरफ्तार किया गया था। प्रवक्ता ने दावा किया कि शोपियां निवासी फैजान अहमद पॉल और पुलवामा निवासी मुजमिल राशिद मीर सुरक्षा बलों के साथ-साथ बाहरी मजदूरों सहित नागरिकों पर हमले करने के अवसर की तलाश में थे। उन्होंने बताया कि उनके पास से दो पिस्तौल, दो मैगजीन और पांच पिस्टल की गोलियां बरामद की गई हैं।