भारतीय सेना की तीनों शाखाओं में सैनिकों की भर्ती के लिए नई स्कीम लॉन्च की गई है। इस स्कीम का नाम अग्निपथ है, जिसके तहत सैनिकों की भर्ती 4साल के लिए होगी और उन्हें अग्निवीर कहा जाएगा। परन्तु इस स्कीम के ऐलान के बाद से ही कई सवाल उठ रहे हैं। युवा अपने भविष्य को लेकर आशंकाएं जाहिर कर रहे हैं तो सेना से रिटायर्ड अधिकारी सेना की क्षमता पर कहीं नकारात्मक असर तो नहीं पड़ेगा, इसे लेकर चिंता जाहिर कर रहे हैं। सोशल मीडिया के जरिए युवा लगातार सवाल पूछ रहे हैं। सेना के अधिकारियों से बात कर ऐसे ही कुछ ऐसे ही सामने आये हैं।
1.अग्निवीर 4साल बाद सेना से बाहर हो जाएंगे, उसके बाद क्या करेंगे, क्या गलत रास्ते पर नहीं जाएंगे?
अग्निवीर में से 25पर्सेंट को सेना में रेगुलर कर लिया जाएगा जबकि 75पर्सेंट बाहर होंगे। गृह मंत्रालय ने ऐलान किया है कि उन्हें सीएपीएफ और असम राइफल्स में प्राथमिकता दी जाएगी। यूपी और उत्तराखंड सरकार ने भी राज्य पुलिस में प्राथमिकता देने की बात कही है। चार साल बाद उनके पास 11.7लाख रुपये का बैंक बैलेंस भी होगा। जिसका इस्तेमाल वे आगे अपना काम करने के लिए कर सकते हैं।
2. अग्निपथ के तहत भर्ती कब शुरू होगी और कितने लोगों की होगी?
आर्मी की रिक्रूटमेंट रैली 90 दिन में हो जाएगी। करीब 180 दिन बाद पहले चरण के अग्निवीर रिक्रूटमेंट सेंटर में पहुंच जाएंगे और एक साल में अग्निवीर भारतीय सेना की बटालियन का हिस्सा हो जाएंगे। पहले साल आर्मी में 40 हजार, नेवी में 3 हजार और एयरफोर्स में करीब 3500 अग्निवीरों की भर्ती होगी।
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3. क्या आर्मी में उम्र की 21साल की सीमा जीडी के लिए ही हैं, क्लर्क और ट्रेडमैन के लिए क्या उम्र है?
आर्मी ने साफ किया है कि सभी भर्तियां अग्निपथ के तहत ही होंगी। और सबके लिए उम्र की सीमा साढ़े सत्रह साल से 21साल के बीच ही है।
4. क्या आर्मी का वह एग्जाम होगा जिसका मेडिकल और फिजिकल पहले हो गया था?
नए सिरे से अग्निपथ के लिए अप्लाई करना होगा। 90दिन में आर्मी की पहली रिक्रूटमेंट रैली हो जाएगी।
5. 10वीं 12वीं पास करेंगे अग्निवीर बनेंगे, आगे पढ़ना हो तो क्या करेंगे?
साल में सेना में रहते उन्हें स्किल ट्रेनिंग दी जाएगी। शिक्षा मंत्रालय ने कहा है कि उनके लिए तीन साल का स्किल ट्रेनिंग आधारित ग्रेजुएशन डिग्री कोर्स शुरू किया जाएगा। इसे इग्नू बनाएगा और चलाएगा। अग्निवीरों को पहले साल ग्रेजुएशन सर्टिफिकेट, दूसरे साल ग्रेजुएशन डिप्लोमा और तीसरे साल ग्रेजुएशन डिग्री मिल जाएगी।