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Agnipath Scheme: हुड़दंगियों के मुंह पर युवाओं का करारा तमाचा, Airfore में अग्निवीर की भर्ती में बना नया रिकॉर्ड

Airfore में अग्निवीर की भर्ती में बना नया रेकॉर्ड

अग्निपथ योजना को इसी साल 14जून को रक्षा मंत्रालय ने लागू किया था, तो देश विरोधी और कुछ कट्टरपंथियों ने अपनी राजनीति के फायदे के लिए युवाओं को गलत संदेश देकर खूब भड़काया था। जिसके बाद कई राज्यों में हिंसक प्रदर्शन भी देखने को मिले थे। लेकिन प्रशासन और सरकारों ने युवाओं से बात कर अपनी सूझबुझ से इनके इरादों को नाकाम कर दिया। आप लोगों ने तो ये सुना ही होगा कि सच्चाई छुप नहीं सकती, बनावट के उसूलों से खुशबू आ नहीं सकती, कभी कागज़ के फूलों से। कोई भी ज्यादा दिनों तक झूठ बोल कर नहीं बच सकता है। एक न एक दिन तो सच्चाई सामने आ ही जाती है, कुछ ऐसा ही हुआ इन लोगों के साथ आखिरकार समय रहते ही युवाओं को अग्रिपथ योजना के बारे में पता चल ही गई कि ये योजना इनके नुकसान नहीं ब्लकि फायदे की योजना है। जिसके बाद इसमें युवाओं ने इतनी दिलचस्पी दिखाई कि आज वह एक मिशाल बन गया है।

भारतीय वायुसेना (IAF) को नई अग्निपथ योजना के तहत 7.5लाख ऑनलाइन आवेदन मिल चुके हैं। भारतीय वायु सेना ने अपने ऑफिसियल ट्वीटर एकाउंट पर यह जानकारी देते हुए बताया कि अभी तक मिले आवेदकों की सर्वाधिक संख्या है। इससे पहले 6,31,528आवेदन प्राप्त हुए थे। 29जून तक 2,01,648अग्निवीरों ने आवेदन जमा कराया था। अग्निपथ भर्ती योजना के लिए IAF की तरफ से आयोजित ऑनलाइन पंजीकरण प्रक्रिया पूरी हो गई है। इस योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया 24जून से शुरू हुई  थी और 5जुलाई को समाप्त हो गई है। आपको बता दें कि इस भर्ती के माध्यम से वायुसेना में लगभग 3,500पदों पर भर्ती की जाएगी।

24जुलाई से शुरू होगी परीक्षा

आवेदन प्रक्रिया समाप्त होने के बाद IAF अब 24जुलाई से परीक्षा का आयोजन शुरू करने जा रहा है। इसमें पहले देश के विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर ऑनलाइन टेस्ट आयोजित किये जाएगे, फिर इसमें चयनित उम्मीदवारों को शारीरिक स्वास्थ्य परीक्षण (PFT) और फिर मेडिकल टेस्ट के लिए आमंत्रित किया जाएगा। इन सभी प्रक्रिया के बाद 1दिसंबर तक अंतरिम चयन सूची जारी होगी और 11दिसंबर तक अग्निवीरों के चयन की घोषणा कर दी जाएगी।

IAF में अग्निवीरों का प्रशिक्षण कैसे होगा?

IAF के अनुसार, चयनित अग्निवीरों को कमान की आवश्यकता के अनुसार छह महीने से अधिकतम दस महीने तक का प्रशिक्षण दिया जाएगा। जबकि असाधारण मामलों को छोड़कर अग्निवीरों को अपनी इच्छा से सेवा छोड़ने की इजाजत नहीं होगी। उन्हें वायुसेना की वर्दी के साथ एक विशेष तरह का प्रतीक चिन्ह भी दिया जाएगा। अग्निवीरों को चयन के बाद IAF की जरूरत के हिसाब से कहीं भी ड्यूटी पर तैनात किया जा सकेगा।

पुलिस और अन्य सेवाओं में अग्निवीरों को मिलेगी वरीयता

अग्निपथ योजना की सरकार ने जैसे ही घोषणा कीi थी उसके बाद देशभर में प्रदर्शन देखने को मिल रहे थे। इसके खिलाफ बढ़ते हिंसक प्रदर्शनों के बीच गृह मंत्रालय ने अग्निवीरों के लिए आयु सीमा में भी वृद्धि कर 23 साल कर दी थी, साथ ही केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (CAPF) और असम राइफल्स में दस प्रतिशत आरक्षण देने की भी घोषणा कर दी थी, और कई भाजपा शासित प्रदेशों ने भी चार साल की सेवा के बाद अग्निवीरों को अपनी-अपनी राज्य पुलिस की भर्ती में प्राथमिकता देने की घोषणा की थी। इन राज्यों में उत्तर प्रदेश, हरियाणा और उत्तराखंड समेत कई अन्य भाजपा शासित राज्य शामिल हैं।