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China Bank Crisis: चीन के 4000 बैंक कंगाल! China Central Bank ने खाते किए फ्रीज, बैंकों के बाहर लाखों की भीड़, हिंसक प्रदर्शन

China Bank Crisis

'चीन भीषण आर्थिक तंगी के दौर से गुजर रहा है। अर्थव्यवस्था ढह गई है। हजारों बैंक कंगाल हो चुके हैं। लोग हिंसक प्रदर्शन कर रहे हैं। बैंकों की बेवसाइट और कंप्यूटर सिस्टम बंद हैं। बैंकों से पैसा लेने आ रही भीड़ पर कम्युनिस्ट सुरक्षाबल लाठी-डंडों और गोलियां बरसा रहे हैं। पाकिस्तान से पहले चीन कंगाल हो गया है। चीन के हेनान प्रांत में हालात श्रीलंका जैसे हो चुके हैं।'

पटरी से उतरी चीनी अर्थव्यवस्था

दुनिया भर को हेकड़ी दिखाने वाले चीन की सच्चाई सामने आ गई है। चीन के 4000 बैंक कंगाल हो गए हैं। चीन के इन बैंकों के पास अपने खाताधारकों को देने के लिए पैसे नहीं बचे हैं। चीन की अर्थव्यवस्था पटरी से उतर चुकी है। चीन में बैंक क्राइसिस अभी से नहीं बल्कि अप्रैल महीने से ही चल रही है। अब आकर चीन के लोगों के सब्र बांध टूट चुक है। बैंकों को बंद होने से बचाने के लिए चीन के सेंट्रल बैंक ने लाखों खातों को फ्रीज कर दिया है। इसका मतलब यह है चीन की कम्युनिस्ट सरकार ने बैंकों से पैसा निकालने पर रोक लगा दी है। चीनी कम्युनिस्ट सरकार के इस कदम के बाद कई शहरों में बैंक और कम्युनिस्ट सरकार के खिलाफ व्यापक विरोध शुरू हो चुके हैं।

अप्रैल से बैंकों ने नहीं दिया खाताधारकों को पैसा

पिछले तीन महीने से भीषण आर्थिक संकट से गुजर रही चीन की शी जिनपिंग की पोल अमेरिकी न्यूज चैनल  सीएनएन ने खोल दी है। ध्यान रहे, चीन में विदेशी मीडिया तो क्या अपनी मीडिया भी सरकार विरोधी कोई खबर प्रसारित और प्रचारित नहीं कर सकती। इसीलिए चीन में केवल सरकार के मुख पृष्ठ मीडिया ही है। पहली बार किसी विदेशी मीडिया ने चीन के भीतर सेंध लगाकर बैंकों के बाहर प्रोटेस्ट कर रहे लोगों की तस्बीर और वीडियो दुनिया के सामने पेश की हैं। सीएनएन की सनसनीखे रिपोर्ट के मुताबिक चीन के छोटे-बड़े 4000 बैंक बंद होने के कगार पर पहुंच गए हैं। 4 लाख से ज्यादा खाताधारकों की मेहनत की कमाई के लाखों करोड़ रुपये डूब गए। चाईनीज लोग ऑनलाइन पैसों को न निकाल लें इसलिए बैंकों ने अपने कंप्यूटर सिस्टम बंद कर दिए हैं। बैंकों की वेबसाइट बंद कर दी गई हैं।

पहली बार चीन की स्थानीय मीडिया में सरकार विरोधी खबरें

सीएनएन की रिपोर्ट देखकर चीनकी स्थानीय मीडिया में भी हौंसला जागा है। चीन की एक मैगजीन सैनीलान लाइपवीक ने एक रिपोर्ट में लिखा है कि 4 लाख खाताधारक अपने बैंक खाते से पैसे नहीं निकाल पा रहे हैं। खाताधारकों हर बार बैंक की तरफ से मैसेज आता है कि बैंक में मेंटिनेंस का काम चल रहा है। चीन के यूजो शिनमिनशेंग विलेज बैंक, सांगकाई ह्यूमिन काउंटी बैंक, शेचेंग हांग्वाई कम्युनिटी बैंक और ओरिएंटल बैंक ऑफ काइफेंग से एकाउंट होल्डर पैसे नहीं निकाल पा रहे हैं।

खाताधारकों का हिंसक प्रदर्शन

चीन में आई इस बैंकिंग क्राइसिस से परेशान लोग मुश्किल हालात का सामना कर रहे हैं। नाराज लोगों ने बैंकों के सामने जमा होकर प्रदर्शन शुरू कर दिया है। पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना की झेंग्झौ ब्रांच के सामने बड़ी संख्या में लोगों जमा हैं और अपने पैसों की निकासी के लिए लगातार मांग कर रहे हैं। लोगों का प्रदर्शन दिन पर दिन उग्र होता जा रहा है तो वहीं चीनी सरकार ने प्रदर्शन कर रहे खाताधारकों को वहां से भगाना शुरू कर दिया। बैंक के बाहर अपनी जमा पूंजी की मांग कर रहे लोगों के साथ मारपीट की गई। पुलिस और प्रदर्शन कर रहे लोगों के बीच झड़प हुई। बैंकों ने पिछले तीन महीनों से बैंक से पैसे निकालने पर रोक लगा दी है। वो अपनी जमापूंजी तक नहीं निकाल पा रहे हैं।

शी जिनपिंग की कम्युनिस्ट सरकार ने सुरक्षाबलों को दिए खाताधारकों पर सख्ती के निर्देश

चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने 4000 बैंकों के कंगाल होने की बात छुपाने और खाताधारकों के बैंकों के सामने खड़े लोगों पर सख्ती से पेश आने की हिदायत दी है। इसी का नतीजा है हेनान प्रांत के कई शहरों में चाईनीज सुरक्षाबलों ने हजारों खाताधारकों पर भारी बल का प्रयोग किया है। खबर मिली है कि चीन में खाताधारकों के प्रदर्शन हिंसक होते जा रहे हैं। इन प्रदर्शनों में कितने लोग हताहत हुए हैं ये जानकारी नहीं मिली है, लेकिन ये खबरें जरूर आ रही हैं कि चीन कम्युनिस्ट सरकार बैंकों की कंगाली और लोगों के प्रदर्शनों की खबरें दिखाने और बताने वालों पर भी कहर ढा रही है।