आजादी की 75वीं वर्षगांठ के मौके पर पहली बार लालकिले पर स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान औपचारिक 21तोपों की सलामी के लिए 'मेक इन इंडिया' पहल के तहत स्वदेशी होवित्जर तोप, एडवांस्ड टॉड आर्टिलरी गन सिस्टम (ATAGS) प्रोटोटाइप का उपयोग किया जाएगा। ये देश की बढ़ती क्षमता का प्रतीक माना जा रहा है।
आजादी के अमृत महोत्सव को प्रदर्शति करने के लिए कई नई पहल की जा रही है। रक्षा मं‑त्रालय के मुताबिक पंरपरागत रूप से इस्तेमाल की जा रही ब्रिटिश तोप के साथ DRDO द्वारा डिजाइन और विकसित (जो पूरी तरह से स्वदेशी है) ATAGS से औपचारिक 21तोपों की सलामी दी जाएगी। ये पहल स्वदेशी रूप से तोपों को विकसित करने की भारत की बढ़ती क्षमता का प्रतीक बनाने के उद्देश्य की गई है।
इसके साथ ही लालकिले पर होने वाले मुख्य कार्यक्रम में शामिल होने के लिए देश के सभी जिलों से एनसीसी कैडेटों को आमंत्रित किया गया है। इन कैडेटों को भारत के मानचित्र के भौगोलिक फॉरमेशन में लाल किले की प्राचीर के सामने ज्ञान पथ पर बैठाया जाएगा। वे भारत की सांस्कृतिक विविधता का प्रतीक स्थानीय परिधानों में सुसज्जित होकर 'एक भारत श्रेष्ठ भारत' के संदेश को प्रसारित करेंगे। समाज के उस वर्ग को विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है, जिसे आमतौर पर अनदेखा किया जाता है। इनमें आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, रेहड़ी-पटरी वाले, मुद्रा योजना ऋणग्राही व्यक्ति, शवगृह कार्यकर्ता आदि शामिल हैं। उन्हें लालकिले पर मुख्य कार्यक्रम में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया है।
इसके साथ ही पहली बार 9 से 17 अगस्त के बीच एक विशेष युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम आयोजित किया गया है। जिसमें शामिल होने के लिए 14 देशों अमेरिका, ब्रिटेन, अर्जेंटीना, ब्राजील, फिजी, इंडोनेशिया, किर्गिस्तान, मालदीव, मॉरीशस, मोजाम्बिक, नाइजीरिया, सेशेल्स, यूएई और उज्बेकिस्तान के कुल 26 अधिकारी, पर्यवेक्षक और 127 कैडेट युवा भारत आए हुए हैं। लालकिले पर मुख्य कार्यक्रम में भाग लेने के अलावा, युवा दिल्ली और आगरा में सांस्कृतिक एवं ऐतिहासिक महत्व के स्थानों का दौरा करेंगे। 127 युवाओं का चयन विभिन्न देशों में आयोजित एक राष्ट्रव्यापी प्रतियोगिता के माध्यम से किया गया है, जिसमें लाखों छात्रों ने भाग लिया था।