रूसी खुफिया एजेंसी एफएसबी (Russia की FSB) ने आईएस एक ऐसे आतंकी को गिरफ्तार किया है जो भारत में बीजेपी के बड़े नेता को निशाना बनाना चाहता था। इस आतंकी की गिरफ्तारी के बाद पता चलता है कि भारत के एनएसए अजित डोभाल रूस अचानक क्यों गए थे। एफएसबी (Russia की FSB) ने बताया जाता कि ये आतंकी सेंट्रल एशियाई देश का रहने वाला है। इसकी उम्र महज 30 साल है। एफएसबी (Russia की FSB) ने बताया कि इस आतंकी को तुर्की में सुसाइड हमलों के लिए ट्रेंड किया गया है।
सुरक्षा एजेंसियों ने बताया है कि इस आतंकी के पीछे बहुत बड़ा नेटवर्क है। आतंकियों के इस नेटवर्क ने इस सुसाइड बॉम्बर को रूस के रास्ते भारत भेजने की कोशिश की थी। इससे दो बातें हो सकती थीं। पहली यह कि रूसी वीजा पर भारत आने वाले सुसाइड बॉम्बर की जानकारी हादसे के बाद भारत सरकार को मिलती तो रूस और भारत के संबंधों में खटास पैदा हो सकती है।
रूसी एजेंसियों ने इस आतंकी को गिरफ्तार कर जो जानकारियां हांसिल कीं वो बहुत चौंकाने वाली थीं। इसलिए रूस ने तत्काल भारतीय काउंटरपार्ट के साथ इन जानकारियों को साझा किया और अपने सिक्योरिटी एजेंटों को सक्रिए करने की सलाह दी। रूस से मिली जानकारी के बाद भारतीय एजेंसियों ने भारत में इस आतंकी के प्रश्रय देने वालों की तलाश शुरू कर दी है।
सुरक्षा एजेंसियो को जानकारी मिली है कि आईएस से ताल्लुक रखने वाला यह आतंकी अप्रैल से लेकर जून तक तुर्की में रहा था। तुर्की में ही इसको सुसाइड बॉम्बिंग की ट्रेनिंग दी गई थी। इस आतंकी की गिरफ्तारी के बाद से भारत के खिलाफ तुर्की की साजिश भी बेनकाब हो गई है।
रूसी ऑन लाइन न्यूज साइट स्पूतनिक न्यूज डॉट कॉम ने बताया कि रूस के फेडरल सिक्योरिटी सर्विस ब्यूरो के एजेंटों ने प्रतिबंधित आतंकी गिरोह आईएस के आतंकी को गिरफ्तार किया है जो भारत में बीजेपी के बड़े नेता की हत्या करना चाहता था। इस आतंकी को भारत भेजने के लिए किन लोगों ने जरूरी कागजात मुहैया करवाए इसकी जानकारी भी ली जा रही है।
अभी दो दिन पहले ही केंद्रीय खुफिया एजेंसियों ने पंजाब सरकार को एलर्ट किया था कि पाकिस्तान से जुड़े आतंकी संगठन राज्य में हमला करने की साजिश कर रहे हैं। उनके निशाने पर चंड़ीगढ सचिवालय, पुलिस मुख्यालय और महत्वपूर्ण सार्वजनिक स्थल भी हो सकते हैं।