PM मोदी के फैसलों पर अक्सर खिंचाई करने वाली पश्चिम की मीडिया आज मोदी-मोदी करते नहीं थक रही। पूरा वेस्टर्न मीडिया सिर्फ और सिर्फ मोदी के गुणगान गाने में लगा हुआ है। दरअसल, बीते हफ्ते शंघाई सहयोग संगठन शिखर सम्मेलन सभी नेता शामिल हुए थे। उज्बेकिस्तान के शहर समरकंद में पुतिन के साथ अपनी मुलाकात के दौरान मोदी ने रूसी राष्ट्रपति से कहा था- आज का दौर युद्ध का नहीं है और मैं फोन पर आपसे इस पर बात कर चुका हूं।
इसी के साथ पुतिन ने मोदी से कहा था कि वह यूक्रेन युद्ध (Ukraine war) को लेकर भारत की चिंताओं से अवगत हैं और रूस इसे जल्द से जल्द समाप्त करने के लिए हर संभव प्रयास करेगा। अब पीएम मोदी के इस स्टैंड से पश्चिमी देश पीएम मोदी की तारीफ कर रहे हैं।
मोदी की टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने व्हाइट हाउस में संवाददाताओं से कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने जो कहा वह उस सिद्धांत पर आधारित एक बयान है जिसे वह (मोदी) सही व उचित मानते हैं तथा अमेरिका इसका स्वागत करता है। सुलिवन ने कहा कि भारतीय नेता की यह टिप्पणी सराहनीय है, जिससे रूस को यह संदेश दिया गया है कि अब युद्ध समाप्त होने का समय आ गया है।
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मोदी के बयान से गदगद अमेरिका
एससीओ शिखर सम्मेलन के मौके पर पीएम मोदी के बयान पर एक सवाल के जवाब में सुलिवन ने कहा, ‘मुझे लगता है कि प्रधानमंत्री मोदी ने जो कहा वो सही और न्यायपूर्ण है। इसका बहुत स्वागत किया गया। उन्होंने आगे कहा कि जिस तरह से यह युद्ध समाप्त होना चाहिए वह रूस के लिए संयुक्त राष्ट्र चार्टर की मूल शर्तों का पालन करना और उन क्षेत्रों को वापस करना है जिन्हें उसने बलपूर्वक जब्त कर लिया है।यूक्रेन, या संयुक्त राज्य अमेरिका, सभी को इस मूल प्रस्ताव के इर्द-गिर्द केंद्रित होने में सक्षम होना चाहिए। आप अपने पड़ोसी के क्षेत्र को बल से नहीं जीत सकते हैं। यदि रूस उस प्रयास को छोड़ देता है, तो यूक्रेन में शांति सबसे तेज और निर्णायक रूप से आएगी।
दुनिया का हर देश दे ऐसा ही संदेश- यूएस
सुलिवन ने कहा कि वे दुनिया के हर देश को ऐसा करते हुए देखना चाहेंगे। उन्होंने आगे कहा कि रूस को एक स्पष्ट और अचूक संदेश भेजना उस क्षेत्र में शांति पैदा करने के लिए महत्वपूर्ण है और हम चाहते हैं कि दुनिया का हर देश ऐसा करे। वे चाहें तो इसे सार्वजनिक रूप से कर सकते हैं। वे चाहें तो इसे निजी तौर पर कर सकते हैं।
क्या बोले पीएम मोदी
शंघाई सहयोग संगठन के शिखर सम्मेलन से इतर पीएम मोदी ने कहा, ‘आज का युग युद्ध का नहीं है और मैंने इस बारे में आपसे कॉल पर बात की है। शांति, भारत और रूस कई दशकों से एक-दूसरे के साथ रहे हैं। व्हाइट हाउस ने मंगलवार को कहा कि उज्बेकिस्तान में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन से इतर एक बैठक के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को जो संदेश दिया वह उस सिद्धांत पर आधारित बयान है, जिसे वह सही और उचित मानते हैं। व्हाइट हाउस ने कहा कि अमेरिका इसका स्वागत करता है।