Poland Russia Missile Attack: इस साल 24 फरवरी 2022 को शुरू हुई रूस और यूक्रेन के बीच फिलहाल जंग जारी है। जैसे-जैसे महीने बीत रहे हैं, वैसे-वैसे दोनों देशों के बीच संघर्ष और भी ज्यादा बढ़ते हुए नजर आ रहा है। ऐसे में अब यूक्रेन जंग की आंच अब नाटो देश पोलैंड तक फैल रही है इस बीच एक और मिसाइल हमला हुआ है। इस हमले में दो लोगों के मारे जाने की खबर है। इस दौरान पोलैंड (poland) ने कहा है कि यह मिसाइल रूस में बनी हुई थी लेकिन अभी यह स्पष्ट नहीं है कि इसे किसने दागा था।
वहीं पोलैंड (poland) पर मिसाइल हमले के बाद अमेरिका के नेतृत्व में जी7 देशों की बाली में आपात बैठक हुई है। वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा है कि प्राथमिक साक्ष्य यह बताते हैं कि इस बात की आशंका न के बराबर है कि मिसाइल को रूस की ओर से दागा गया था। बाइडन (Joe Biden) ने बताया की प्राथमिक जांच यह जाहिर करती है कि मिसाइल रूस की ओर से नहीं दागी गई थी। उन्होंने कहा कि मैं अभी जांच पूरी होने तक कुछ नहीं कहना चाहता हूं। वहीं जी7 देशों की आपात बैठक आज आयोजित की गई ताकि पोलैंड पर मिसाइल हमले का सामूहिक जवाब दिया जा सके। पोलैंड पर हमले से यूक्रेन युद्ध की आंच के नाटो देशों तक पहुंचने का खतरा मंडरा रहा है।
एक्शन में आया पोलैंड
यूक्रेन पर रूसी हमले के बाद ऐसा पहली बार है जब किसी नाटो देश पर हमला हुआ है। रूसी हमले के बाद पोलैंड हथियार से लेकर खाद्यान तक हर तरीके की मदद दे रहा है। इससे अब दुनिया में यह डर सताने लगा है कि कहीं यह संघर्ष दूसरे विश्वयुद्ध के बाद यूरोप में सबसे बड़े संकट में न बदल जाए। बताया जा रहा है कि यह मिसाइल पोलैंड प्रजेवोडोव में एक गांव में जाकर गिरी। यह इलाका यूक्रेन की सीमा से 5 मील की दूरी पर है। इस मिसाइल को यूक्रेन के एयर डिफेंस सिस्टम ने इंटरसेप्ट किया था। इस मिसाइल हमले के बाद पोलैंड एक्शन में आ गया और उसने अपने फाइटर जेट को हवा में उड़ा दिया।
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वैसे इस हमले के बाद अमेरिका भी एक्शन में आ गया और राष्ट्रपति बाइडन ने बाली में आपात बैठक बुलाई। नाटो सदस्य देश होने के नाते दुश्मन के सैन्य हमले की सूरत में पोलैंड इस सैन्य गठबंधन के सदस्य देशों को मदद के लिए बुला सकता है। पोलैंड को नाटो के संविधान के आर्टिकल 5 के सामूहिक सुरक्षा की गारंटी हासिल है।