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दुनिया की सबसे भ्रष्ट Pakistan Police, न्यायपालिका तक पर लोगों का भरोसा नहीं- सर्वे

Pakistan Police force Corrupt

Pakistan Police force Corrupt: आतंकवाद से लेकर अपराध के मामलों में पाकिस्तान अव्वल रहता है। एजेकेशन, इनोवेशन या फिर डेवलपमेंट का इस्तेमाल पाकिस्तान देश के लिए नहीं बल्कि आतंकवाद के लिए करता है। आतंकवाद में जिस तरह पाकिस्तान सबसे ऊपर है उसी तरह भ्रष्टता में भी वो पीछे नहीं है। दुनिया की सबसे भ्रष्ट पुलिस पाकिस्तान (Pakistan Police force Corrupt) की है। ये हम नहीं बल्कि एक सर्वे में खुलासा हुआ है। सर्वे के मतुाबकि, पाकिस्तान की पुलिस दुनिया की सबसे भ्रष्ट पुलिस (Pakistan Police force Corrupt) में से एक है। पाकिस्तान टुडे के अनुसार, नए सर्वेक्षण में पता चला है कि, लोगों को राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (NAB) सहित भ्रष्टाचार विरोधी संस्थाओं में कोई भरोसा नहीं बचा है। ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल द्वारा किये गये इस सर्वे के मुताबिक, अधिकांश लोगों ने देश में खतरे को रोकने के लिए भ्रष्टाचार विरोधी एजेंसियों (Pakistan Police force Corrupt) की भूमिका को अप्रभावी माना है।

पाकिस्तान पुलिस पर नागरिकों का नहीं है भरोसा
सर्वे के मुताबकि, 45% लोगों ने भ्रष्टाचार विरोधी संस्थानों की भूमिका को पाकिस्तान में भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने में ‘अप्रभावी’ माना। सिंध में, 35 प्रतिशत पाकिस्तानियों ने भ्रष्टाचार को रोकने में एनएबी की भूमिका को प्रभावी माना। पंजाब (31 प्रतिशत), खैबर पख्तूनख्वा (KP) (61 प्रतिशत), और बलूचिस्तान (58 प्रतिशत) में, पाकिस्तानियों का मानना है कि पाकिस्तान में भ्रष्टाचार को रोकने के लिए कोई भी भ्रष्टाचार विरोधी संस्थान प्रभावी नहीं है। पाकिस्तान के लोगों का मानना है कि, सार्वजनिक सेवा वितरण में सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार है। नागरिकों के अनुसार, तीन सबसे भ्रष्ट सार्वजनिक सेवाएं जिनके लिए लोगों को रिश्वत देनी पड़ती है, वे हैं सड़कों के ठेके (40 प्रतिशत), निर्बाध बिजली तक पहुंच (28 प्रतिशत) और स्वच्छ पेयजल तक पहुंच (17 प्रतिशत)।

पूरे पाकिस्तान की पुलिस भ्रष्ट
सिंध, पंजाब और बलूचिस्तान में, सड़कों का रखरखाव नागरिकों द्वारा सबसे अधिक भ्रष्ट माने जाने वाली सार्वजनिक सेवा वितरण की सूची में सबसे ऊपर है। जबकि केपी में, अधिकांश नागरिक (47 प्रतिशत) निर्बाध बिजली तक पहुंच को सबसे भ्रष्ट सार्वजनिक सेवा वितरण मानते हैं। एनसीपीएस 2022 के अनुसार, भ्रष्टाचार को रोकने के तीन सबसे महत्वपूर्ण कारण हैं- भ्रष्टाचार के मामलों में देरी से निर्णय लेना (31 प्रतिशत), सरकारों द्वारा अपने लाभ के लिए राज्य संस्थानों का इस्तेमाल (26 प्रतिशत), और सरकार की अक्षमता (19 प्रतिशत) हैं। सिंध (43 प्रतिशत) और पंजाब (29 प्रतिशत) में, नागरिकों का मानना ​​है कि पाकिस्तान में भ्रष्टाचार का सबसे बड़ा कारण ये है कि सरकारों द्वारा अपने ‘व्यक्तिगत लाभ’ के लिए राज्य संस्थानों का इस्तेमाल किया जाता है।

पुलिस के साथ न्ययापालिक भी भ्रष्ट
खैबर पख्तूनख्वा 43 फीसदी और बलूचिस्तान 32 फीसदी “भ्रष्टाचार से जुड़े मामलों में देरी से फैसले” को पाकिस्तान में भ्रष्टाचार का मुख्य कारण मानते हैं। इसके साथ ही सिंध क्षेत्र में शिक्षा सबसे भ्रष्ट क्षेत्र है, पुलिस को दूसरे सबसे भ्रष्ट संस्थान के रूप में देखा गया। टेंडर और कॉन्ट्रैक्ट को तीसरा सबसे भ्रष्ट क्षेत्र माना गया है। पंजाब में तो सबसे भ्रष्ट सेक्टर पुलिस है और टेंडरिंग-कॉन्ट्रैक्टिंग को दूसरे सबसे भ्रष्ट क्षेत्र हैं। पाकिस्तान टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, न्यायपालिका से भी लोगों का विश्वास उठ चुका है। क्योंकि, पाकिस्तान में ये तीसरी सबसे भ्रष्ट संस्थान है।। खैबर पख्तूनख्वा में, न्यायपालिका सबसे भ्रष्ट क्षेत्र रही, जबकि टेंडरिंग और कॉन्ट्रैक्टिंग को दूसरे सबसे भ्रष्ट क्षेत्र के रूप में देखा गया। पुलिस विभाग तीसरा सबसे भ्रष्ट था।

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