अटलांटिक महासागर में मौजूद ग्रीनलैंड में हिमयुग के जम जाने से DNA मिला है। इस डीएनए की उम्र तकरीबन 20 लाख साल बताई जा रही है। यही नहीं इसके नमूनों से प्रतीत होता है यह काफी हद तक निर्जीव उत्तरी ध्रुव कभी पेड़-पौधों से हरा-भरा था। यहां पर कई तरह के जीव-जंतु रहते थे। इसमें हाथी की तरह दिखने वाला जीव मास्टोडन, रेंडियर, खरगोश, चूहे और गूज पंक्षी आदि शामिल थे। ध्रुवीय क्षेत्रों में बर्च और चिनार के पेड़ भी बड़ी संख्या में थे। ध्रुवीय क्षेत्र में कम ठंडे इलाकों में पैदा होने वाले पेड़ों और जानवरों की मौजूदगी ने पहली बार अज्ञात पारिस्थितिकी तंत्र का खुलासा किया। यह खोज एक जेनेटिक रोडमैप की तरह काम कर सकती है कि कैसे अलग-अलग प्रजातियां एक गर्म जलवायु के अनुकूल हो सकती हैं।
20 लाख साल पहले यहां मौजूद थे जीव और पेड़
नेचर जर्नल में प्रकाशित इस नए शोध को डेनमार्क के वैज्ञानिकों ने किया है। इन वैज्ञानिकों ने आर्कटिक में बर्फ के बीच मौजूद पानी की तलछट से नमूनो को इकट्ठा किया था। इन नमूनों को 2006 के एक अभियान के दौरान ग्रीनलैंड (Greenland) के सबसे उत्तरी बिंदु के पास से लिया गया था। फिर वैज्ञानिकों ने विलुप्त और जीवित जानवरों, पौधों और सूक्ष्मजीवों से एकत्रित डीएनए के टुकड़ों को मौजूदा डीएनए लाइब्रेरी से तुलना की। इससे दर्जनों पौधों और जीवों का खुलासा हुआ, जो आज से 20 लाख साल पहले ध्रुवीय क्षेत्रों में मौजूद थे।
तोड़ा इतने साल पुराने डीएनए का रिकॉर्ड?
इस स्टडी के सह लेखक और कोपेनहेगन विश्वविद्यालय के लुंडबेक फाउंडेशन जियोजेनेटिक्स सेंटर में असिस्टेंट प्रोफेसर मिकेल पेडरसन ने कहा कि जब हम इस डेटा को देख रहे थे, तो पहली बात जो हमारे दिमाग में आई, वह स्पष्ट रूप से यह मास्टोडन है। मास्टोडन हाथी की तरह दिखने वाला जीव है। मास्टोडन की मौजूदगी इसकी प्राकृतिक सीमा से काफी उत्तर में मिली। इसने दुनिया के सबसे पुराने डीएनए के रिकॉर्ड को भी तोड़ दिया है। इससे पहले पिछले साल प्रकाशिक एक शोध में एक मैमथ के दांत से मिले डीएनए को सबसे पुराना बताया गया था। वैज्ञानिकों ने इस डीएनए की उम्र 10 लाख साल पुरानी निर्धारित की थी। ये जीव तब साइबेरियाई स्टेपी में घूमते थे।
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20 लाख साल पुराने DNA से क्या होगा
कैंब्रिज विश्वविद्यालय में सेंट जॉन्स कॉलेज के एक साथी और लुंडबेक फाउंडेशन के डायरेक्टर प्रोफेसर एस्के विलर्सलेव ने कहा आर्कटिक में मिले जानवरों की हड्डियां या दांतों के डीएनएस से उनकी प्रजातियों के बारे में जानकारी पाई जा सकती है। इनमें पेड़-पौधों के मिले डीएनए को मिलाने से एक पूरे पारिस्थितिकी तंत्र की तस्वीर साफ हो सकती है। वैज्ञानिकों का अनुमान है कि यह पारिस्थितिकी तंत्र तब का हो सकता है, जब तापमान आज के ग्रीनलैंड की तुलना में 10 से 17 डिग्री सेल्सियस के बीच होगा।